हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम ओ शेरोंवाली (Hey Naam Re Sabse Bada Tera Naam O Sherawali)

शक्ति दे मां शक्ति दे मां, शक्ति दे मां शक्ति दे मां।


पग पग ठोकर खाऊं, चल ना पाऊं, कैसे आऊं मैं घर तेरे।

शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ, शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ॥


पग पग ठोकर खाऊं, चल ना पाऊं, कैसे आऊं मैं घर तेरे।

शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ, शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ॥


हाथ पकड़ ले हाथ बढ़ा दे, अपने मंदिर तक पहुंचा दे।

हाथ पकड़ ले हाथ बढ़ा दे, अपने मंदिर तक पहुंचा दे॥

सर पर दुःख की रैना, नाही चैना, प्यासे नैना दर्शन के।

शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ, शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ॥


जग में जिसका नाम है जीवन, इक युग है संग्राम है जीवन।

जग में जिसका नाम है जीवन, इक युग है संग्राम है जीवन॥

तेरा नाम पुकारा, दुःख का मारा, हारा माँ इस जीवन से।

शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ, शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ॥


तेरे द्वारे जो भी आया, उसने जो माँगा वो पाया।

तेरे द्वारे जो भी आया, उसने जो माँगा वो पाया॥

मैं भी तेरा सवाली, शक्तिशाली शेरों वाली माँ जगदम्बे।

शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ, शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ॥


पग पग ठोकर खाऊं, चल ना पाऊं, कैसे आऊं मैं घर तेरे।

शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ, शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ॥


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बूटी ले आओ हनुमान प्यारे (Buti Le Aao Hanuman Pyare)

बूटी ले आओ हनुमान प्यारे,
मेरे लक्ष्मण के प्राण बचाना,

हे भोले शंकर पधारो (Hey Bhole Shankar Padharo)

हे भोले शंकर पधारो हे भोले शम्भू पधारो
बैठे छिप के कहाँ जटा धारी पधारो

विनायक चतुर्थी कब है

विनायक चतुर्थी भगवान गणेश जी को समर्पित है। यह प्रत्येक महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही सभी दुखों का नाश होता है।

परीक्षा सफलता पूजा विधि

हिंदू संस्कृति में मनुष्य के जीवन के अलग अलग पड़ावों को संस्कारों के साथ पवित्र बनाया जाता है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण संस्कार है विद्यारंभ संस्कार । यह संस्कार बच्चों के जीवन में शिक्षा की शुरुआत का प्रतीक है।

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