हर हाल में खुश रहना (Har Haal Me Khush Rehna)

हर हाल में खुश रहना, संतो से सीख जाएं ।

हर हाल में खुश रहना, संतो से सीख जाएं ।

महफ़िल में जुदा रहना, संतो से सीख जाएं ।

हर हाल में खुश रहना, संतो से सीख जाएं ॥


सुख दुःख में हसना रोना, है काम कायरो का ।

सुख दुःख में हसना रोना, है काम कायरो का ।

दोनों में मुस्कुराना, संतो से सीख जाएं ॥

हर हाल में खुश रहना, संतो से सीख जाएं ।


झंझट से भाग जाना, सब लोग बताते है ।

झंझट से भाग जाना, सब लोग बताते है ।

झंझट में बच के रहना, संतो से सीख जाएं ॥

हर हाल में खुश रहना, संतो से सीख जाएं ।


मरने के बाद मुक्ति, सब लोग बताते है ।

मरने के बाद मुक्ति, सब लोग बताते है ।

जीते जी मुक्त होना, संतो से सीख जाएं ॥

हर हाल में खुश रहना, संतो से सीख जाएं ।


दुनिया के लोग दौलत, पाकर के मुस्कुराते ।

दुनिया के लोग दौलत, पाकर के मुस्कुराते ।

पर भिछु बन के हसना, संतो से सीख जाएं ॥

हर हाल में खुश रहना, संतो से सीख जाएं ।

........................................................................................................
शिलान्यास पूजा विधि

शिलान्यास यानि किसी भी नए भवन या योजना की शुरुआत करना। हिंदू धर्म में किसी भी नई चीज की शुरुआत करने के पहले पूजा करने की परंपरा है। इसी कारण से बहुत से लोग शिलान्यास करने से पहले बहुत से लोग पूजा करते हैं।

हर कदम पे तुम्हे होगा आभास सांवरे का (Har Kadam Pe Tumhe Hoga Aabhash Saware Ka)

हर कदम पे तुम्हे होगा,
आभास सांवरे का,

धन धन भोलेनाथ बॉंट दिये, तीन लोक (Dhan Dhan Bholenath Bant Diye Teen Lok)

प्रथम वेद ब्रह्मा को दे दिया,
बना वेद का अधीकारी ।

नरसिंह द्वादशी व्रत विधि

नरसिंह द्वादशी सनातनियों का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान विष्णु के अवतार नरसिंह को समर्पित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, अपने प्रिय भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए भगवान विष्णु ने रौद्र रूप में अवतार लिया था, जिन्हें लोग आज नरसिंह भगवान के रूप में पूजते हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।