शिव पूजा में मन लीन रहे मेरा (Shiv Puja Mai Mann Leen Rahe Mera)

शिव पूजा में मन लीन रहे,

मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा ।

मिट जाए जन्मों की तृष्णा,

मिले भोले शंकर प्यार तेरा ।


तुझ में खोकर जीना है मुझे,

मैं बूंद हूँ तू एक सागर है । ..x2

तुझ बिन जीवन का अर्थ है क्या,

मैं तारा हूँ तू अम्बर है ।

तूने मुझ को स्वीकार किया,

क्या कम है यह उपकार तेरा।

॥ शिव पूजा में मन लीन रहे...॥


यूं मुझको तेरा प्यार मिला,

बेजान को जैसे जान मिली । ..x2

जिस दिन से तुझको जाना है,

मुझको अपनी पहचान मिली ।

दे दी तूने चरणों में जगह,

आभारी हूं सौ बार तेरा ।

॥ शिव पूजा में मन लीन रहे...॥


शिव पूजा में मन लीन रहे,

मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा,

मिट जाए जन्मों की तृष्णा,

मिले भोले शंकर प्यार तेरा ।

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शिव शंकर तुम कैलाशपति (Shiv Shankar Tum Kailashpati)

शिव शंकर तुम कैलाशपति,
है शीश पे गंग विराज रही,

बैठी हो माँ सामने, कर सोलह श्रृंगार (Baithi Ho Maa Samne Kar Solah Shringar)

बैठी हो माँ सामने,
कर सोलह श्रृंगार,

माघ माह के जरूरी उपाय

अपने इष्ट देवता की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। हर व्यक्ति का कोई न कोई इष्ट देव होता है। कोई भगवान विष्णु को मानता है, तो कोई भगवान शिव को।

अप्रैल 2025 व्रत-त्योहार

अप्रैल का महीना वसंत ऋतु की सुंदरता और त्योहारों की धूमधाम के साथ एक विशेष महत्व रखता है। यह माह प्रकृति के रंग-बिरंगे रूप को दर्शाता है। इस समय कई धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व मनाए जाते हैं जो हमारी संस्कृति और परंपराओं को दर्शाते हैं।

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