शिव पूजा में मन लीन रहे मेरा (Shiv Puja Mai Mann Leen Rahe Mera)

शिव पूजा में मन लीन रहे,

मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा ।

मिट जाए जन्मों की तृष्णा,

मिले भोले शंकर प्यार तेरा ।


तुझ में खोकर जीना है मुझे,

मैं बूंद हूँ तू एक सागर है । ..x2

तुझ बिन जीवन का अर्थ है क्या,

मैं तारा हूँ तू अम्बर है ।

तूने मुझ को स्वीकार किया,

क्या कम है यह उपकार तेरा।

॥ शिव पूजा में मन लीन रहे...॥


यूं मुझको तेरा प्यार मिला,

बेजान को जैसे जान मिली । ..x2

जिस दिन से तुझको जाना है,

मुझको अपनी पहचान मिली ।

दे दी तूने चरणों में जगह,

आभारी हूं सौ बार तेरा ।

॥ शिव पूजा में मन लीन रहे...॥


शिव पूजा में मन लीन रहे,

मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा,

मिट जाए जन्मों की तृष्णा,

मिले भोले शंकर प्यार तेरा ।

........................................................................................................
सारा बरसाना तेरा दीवाना हुआ(Sara Barsana Tera Deewana Hua)

तेरी मुरली की धुन,
हमने जबसे सुनी,

होलिका दहन की राख से धनलाभ

होलिका दहन फाल्गुन मास की पूर्णिमा पर किया जाता है, इसे छोटी होली भी कहते हैं। यह बुराई पर अच्छाई की जीत और सच्ची भक्ति का प्रतीक है।

मैं हर दिन हर पल हर लम्हा, माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ (Main Har Din Har Pal Har Lamha Maa Jwala Ke Gun Gata Hu)

मैं हर दिन हर पल हर लम्हा,
माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ,

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा(Ho Gaye Bhav Se Par Lekar Naam Tera)

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा
वाल्मीकि अति दुखी दीन थे,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।