तेरे द्वार खडा, मैं हार गया हूँ मेरे श्याम (Tere Dwar Khada Main Haar Gaya Hun Mere Shyam)

तेरे द्वार खड़ा,

तेरे द्वार खडा,

मैं हार गया हूँ मेरे श्याम,

मैं हार गया हूँ मेरे श्याम,

तेरे द्वार खडा,

तेरे द्वार खडा,

नहीं कोई ठिकाना है दुनिया में,

तेरे दर के सिवा मेरे श्याम,

तेरे दर के सिवा मेरे श्याम,

तेरे द्वार खडा,

तेरे द्वार खडा ॥


हारा हूँ मैं मेरे कर्मो के कारण,

थमता नहीं है आँखों से सावन,

मेरी अटकी भंवर बिच नैया,

खाए हिचकोले श्याम,

खाए हिचकोले श्याम,

हे श्याम हे श्याम,

तेरे द्वार खडा,

तेरे द्वार खडा ॥


लायक नहीं तेरे द्वार के बाबा,

पर मैं करूँ क्या समझ ना आता,

मेरे पापों की गिनती बड़ी है,

तुझे सब है पता मेरे श्याम,

हे श्याम हे श्याम,

तेरे द्वार खडा,

तेरे द्वार खडा ॥


सुनकर मैं चर्चा दर तेरे आया,

परिवार लाखों का तूने चलाया

करो मुझपे रहम मेरे बाबा,

पकड़ो मेरी बाहें श्याम,

पकड़ो मेरी बाहें श्याम,

हे श्याम हे श्याम,

तेरे द्वार खडा,

तेरे द्वार खडा ॥


तेरे द्वार खड़ा,

तेरे द्वार खडा,

मैं हार गया हूँ मेरे श्याम,

मैं हार गया हूँ मेरे श्याम,

तेरे द्वार खडा,

तेरे द्वार खडा,

नहीं कोई ठिकाना है दुनिया में,

तेरे दर के सिवा मेरे श्याम,

तेरे दर के सिवा मेरे श्याम,

तेरे द्वार खडा,

तेरे द्वार खडा ॥

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ना जी भर के देखा, ना कुछ बात की (Na Jee Bhar Ke Dekha Naa Kuch Baat Ki)

ना जी भर के देखा, ना कुछ बात की,
बड़ी आरजू थी, मुलाकात की ।

भोलेनाथ है वो मेरे, भोलेनाथ हैं (Bholenath Hai Vo Mere Bholenath Hai)

हर इक डगर पे हरपल,
जो मेरे साथ हैं,

अगहन को मार्गशीर्ष क्यों कहते हैं

मार्गशीर्ष मास धर्म, भक्ति और ज्योतिषीय महत्व से परिपूर्ण एक विशिष्ट मास माना जाता है। यह मास भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है और इसे अत्यंत शुभ भी माना जाता है।

ए पहुना एही मिथिले में रहुना (Ae Pahuna Mithile Me Rahuna)

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना,
जउने सुख बा ससुरारी में,

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