ठुमक-ठुमक कर चाल भवानी (Thumak Thumak Kar Chal Bhawani)

॥ दोहा ॥

सिंह चढी देवी मिले,

गरूड़ चढे भगवान ।

बैल चढ़े शंकर मिले,

पूरण सिद्ध हो काम ॥


ठुमक ठुमक कर चालें भवानी,

ले हातो तलवार,

भवानी मेरी जगदम्बा,

थारा बालकिया बुलावे,

वेगा आवजो हो माँ ॥


घेर घुमेरो पेरो घाघरो,

ओढ़न दिखणी रो चीर,

भवानी मेरी जगदम्बा,

रेशम की ओ मैया फेरो कोचलि,

ए माँ ओ माँ,

ठुमक-ठुमक कर चाल भवानी,

ले हातो तलवार,

भवानी मेरी जगदम्बा ॥


कुलचे कोंकल फेरो भवानी,

गले नावलखियो हार,

भवानी मारी जगदम्बा,

हातो में बाजूबंद माता,

फेरलो ऐ माँ,

ठुमक-ठुमक कर चाल भवानी,

ले हातो तलवार,

भवानी मेरी जगदम्बा ॥


पगा में फेर भवानी,

बिजिया री झनकार,

भवानी मारी जगदम्बा,

झांझर रे झनकारे वेगा,

आवजो हो माँ,

ठुमक-ठुमक कर चाल भवानी,

ले हातो तलवार,

भवानी मेरी जगदम्बा ॥


लाडू छाड़ू चूरमा माँ,

लुम्बडिया नारेल,

भवानी मारी जगदम्बा,

धूपों रे मेहकारे वेगा,

आवजो हो माँ,

ठुमक-ठुमक कर चाल भवानी,

ले हातो तलवार,

भवानी मेरी जगदम्बा ॥


थारी माता करू चाकरी,

जनम जनम रे माय,

भवानी मारी जगदम्बा,

आरतियों री वेला,

वेगा आवजो हो माँ,

ठुमक-ठुमक कर चाल भवानी,

ले हातो तलवार,

भवानी मेरी जगदम्बा ॥


ठुमक-ठुमक कर चालें भवानी,

ले हातो तलवार,

भवानी मेरी जगदम्बा,

थारा बालकिया बुलावे,

वेगा आवजो हो माँ ॥

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सांवरे को दिल में बसा के तो देखो(Sanware Ko Dil Me Basa Kar To Dekho)

कर्ता करे ना कर सके,
पर गुरु किए सब होये ।

वीरविंशतिकाख्यं श्री हनुमत्स्तोत्रम्

लाङ्गूलमृष्टवियदम्बुधिमध्यमार्ग , मुत्प्लुत्ययान्तममरेन्द्रमुदो निदानम्।

विवाह पंचमी कब है

विवाह पंचमी एक विशेष हिंदू पर्व है, जो भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह के अवसर पर मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से रामभक्तों के लिए महत्वपूर्ण है।

बजरंग बाला बड़ा हो मतवाला (Bajrang Bala Bada Ho Matwala)

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म्हे फेरा थारी माला,

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