तू साँची है भवानी माँ, तेरा दरबार साँचा है: भजन (Tu Sanchi Hai Bhawani Maa Tera Darbar Sancha Hai)

तू साँची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है,

टिका जिसपे जगत सारा,

तेरा माँ प्यार साँचा है ॥


तेरे मंदिर में जो आते,

कभी खाली नही जाते,

मुरादे मन की वो पाते,

तेरा उपकार साँचा है,

तू सांची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है ॥


तेरी मैं राह निहारु माँ,

सभी कुछ तुझपे वारु माँ,

ये जीवन मैं सवारुँ माँ,

तेरा उजियार साँचा है,

तू सांची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है ॥


अटल विश्वास नैनो में,

दरश की प्यास नैनो में,

है यही आस नैनो में,

माँ तेरा आधार साँचा है,

तू सांची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है ॥


भाग्य सोया जगादो माँ,

भजन में भी लगा दो माँ,

कष्ट भूलन भगादो माँ,

तेरा प्रचार साँचा है,

तू सांची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है ॥


तू साँची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है,

टिका जिसपे जगत सारा,

तेरा माँ प्यार साँचा है ॥

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नंदभवन में उड़ रही धूल,
धूल मोहे प्यारी लगे ॥

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तेरे नंदलाल रे,

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मेरे बाबा तुझे किसने सजाया, दिल गया हार सांवरे (Mere Baba Tujhe Kisne Sajaya Dil Gaya Haar Sanware)

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दिल गया हार सांवरे,

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