वीर बजरंगबली, मुझे तेरा सहारा है - भजन (Veer Bajrangbali Mujhe Tera Hi Sahara Hai)

वीर बजरंगबली,
मुझे तेरा सहारा है,
माँ अंजनी के लाल,
तूने लाखों को तारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥

श्री राम के कारज हित,
तुमने अवतार लिया,
लंका में जाकर के,
देवों का उद्धार किया,
महावीर तेरी महिमा,
महावीर तेरी महिमा,
जाने जग सारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥

तुम दया के सागर हो,
दीनन हितकारी हो,
कितने ही भक्तो की,
विपदाएँ टारि हो,
ऐसी क्या भूल हुई,
बाबा ऐसी क्या भूल हुई,
मुझको ही बिसारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥

संकट मोचन मेरे,
संकट सब दूर करो,
मुझे अपना दास समझ,
मेरे सिर पर हाथ धरो,
जब कोई भीड़ पड़ी,
बाबा जब कोई भीड़ पड़ी,
तुमको ही पुकारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥

दर्शन की आस लिए,
तेरी शरण में आया हूँ,
बाबा कभी तो दरश दोगे,
यही आशा लाया हूँ,
‘ताराचंद’ भी गाए,
बाबा ‘ताराचंद’ भी गाए,
गुणगान तुम्हारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥

वीर बजरंगबली,
मुझे तेरा सहारा है,
माँ अंजनी के लाल,
तूने लाखों को तारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥

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कोई देवता नही है, भोले नाथ की तरह (Koi Devta Nahi Hai Bhole Nath Ki Tarah)

कोई देवता नही है,
भोले नाथ की तरह,

श्री विन्धेश्वरी चालीसा (Shri Vindheshwari Chalisa)

नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदम्ब ।
सन्तजनों के काज में, करती नहीं विलम्ब ॥

रंग पंचमी पर चालीसा पाठ

रंग पंचमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे होली के पांचवें दिन मनाया जाता है। इसे बसंत महोत्सव के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा करने का महत्व बताया गया है।

मैया मेरी लाज रख ले: भजन (Mata Meri Laaj Rakh Le)

तेरे चरणों में शीश मैं झुकाऊं,
तेरे ही गुण गाऊं,

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