राहु ग्रह की पूजा कैसे करें?

इस विधि से करें राहु की पूजा, सभी कार्यों में मिलेगी सफलता


राहु ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण ग्रह है जिसे छाया ग्रह भी कहा जाता है। यह ग्रह सूर्य और चंद्र ग्रहण के समय बनने वाली छाया से उत्पन्न माना जाता है। राहु का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा होता है और यह व्यक्ति के व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, करियर को प्रभावित कर सकता है।  पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान निकले अमृत को देवता और दानवों के बीच बांटा जा रहा था। एक दानव स्वरभानु ने छल से अमृत का कुछ भाग पी लिया। लेकिन विष्णु जी ने अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। स्वरभानु का सिर आकाश में राहु और धड़ पृथ्वी में केतु बन गया। राहु के परिवर्तन से व्यक्ति के जीवन में अचानक परिवर्तन, उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। अब ऐसे में राहु की पूजा किस विधि से करने से रोहुदोष से बचा जा सकता है। इसके बारे में विस्तार से जानते हैं। 

राहुदोष पूजा के लिए सामग्री


  • राहु 
  • यंत्र
  • सरसों के तेल का दीपक
  • चावल
  • फूल
  • फल
  • नारियल
  • मूली
  • तिल
  • गोमेद
  • चंदन
  • नीला वस्त्र
  • लोहे का सामान
  • गंगाजल
  • रोली
  • कुमकुम

राहुदोष से छुटकारा पाने के लिए पूजा विधि


  1. पूजा शुरू करने से पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल से शुद्ध करें।
  2. शिवलिंग को एक साफ स्थान पर स्थापित करें और अगर आपके पास राहु यंत्र है तो उसे भी रखें। 
  3. शिवलिंग के सामने एक दीपक जलाएं।
  4. शिवलिंग को जल, दूध, दही, घी, शहद और काले तिल चढ़ाएं।
  5. शिवलिंग को बेल पत्र और धतूरा अर्पित करें।
  6. शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाएं।
  7. राहु का बीज मंत्र "ॐ रां राहवे नमः" का 108 बार जाप करें।
  8. राहु पूजा शनिवार के दिन की जाती है। आप राहु काल में भी यह पूजा कर सकते हैं।
  9. आप इस पूजा को लगातार 43 दिनों तक कर सकते हैं।
  10. शनिवार के दिन काले तिल, उड़द की दाल, काले कपड़े आदि का दान करने से राहु का प्रकोप कम होता है।

राहु की पूजा करने से मिलते हैं ये लाभ 


राहु दोष से पीड़ित व्यक्ति को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे कि व्यापार में नुकसान, पारिवारिक कलह, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आदि। राहु की पूजा करने से राहु दोष का निवारण होता है और व्यक्ति को इन समस्याओं से मुक्ति मिलती है। राहु की पूजा करने से व्यक्ति को धन लाभ होता है। व्यापार में वृद्धि होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। साथ ही व्यक्ति को करियर में उन्नति मिलती है। नौकरी में पदोन्नति मिल सकती है और नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। राहु की पूजा करने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है। राहु की पूजा करने से स्वास्थ्य लाभ होता है। कई प्रकार की बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। इसके अलावा राहु की पूजा से व्यक्ति को समाज में सम्मान मिलता है। राहु यंत्र की पूजा करने से राहु के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। इसके अलावा राहु मंत्र का जाप करने से राहु ग्रह का नकारात्मक प्रभाव खत्म होता है।

........................................................................................................
तुम्हे हर घडी माँ प्यार करेगी (Tumhein Har Ghadi Maa Pyar Karegi)

तुम्हे हर घडी माँ प्यार करेगी,
जरा माँ के दर पे तुम आकर के देखो,

राम नवमी पर अयोध्या में भव्य आयोजन

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाए जाने वाले राम नवमी पर्व का सनातन धर्म में बहुत अधिक महत्व है। पूरे भारत वर्ष में 6 अप्रैल को यह पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा।

सब रस रंग भरे है, रामायण जी में (Sab Ras Rang Bhare Hain Ramayan Ji Mein)

सब रस रंग भरे है,
रामायण जी में,

तेरे दरशन को गणराजा, तेरे दरबार आए है (Tere Darshan Ko Ganraja Tere Darbar Aaye Hai)

तेरे दर्शन को गणराजा ॥
दोहा – नसीब वालों को हे गणराजा,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने