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आज है जगराता माई का, माँ को मना लेना (Aaj Hai Jagrata Mai Ka Maa Ko Mana Lena)

आज है जगराता माई का,

माँ को मना लेना,

अरे ऐ भईया जी,

जरा ताली बजा लेना,

हाथ उठा के जोर लगा,

जयकारे लगा लेना,

अरे ऐ बहना जी,

जरा ताली बजा लेना ॥


मिलेगा जो मांगो तुमको,

नहीं कोई शंका,

सारी दुनिया में बजता है,

माई का डंका,

माई के दर पे,

शेरा वाली के दर पे,

जोत जली है,

सर को झुका लेना,

अरे ऐ भईया जी,

जरा ताली बजा लेना ॥


ये हैं मेहरा वाली मैया,

सबको खिलाती है,

बिछड़े हुए सभी को मैया,

पल में मिलाती है,

माई के दर पे,

मेरी माई के दर पे,

जोत जली है,

सर को झुका लेना,

अरे ऐ भईया जी,

जरा ताली बजा लेना ॥


चिंतपूर्णी मैया सबकी,

चिंता मिटाती है,

हारे हुए सभी को मैया,

तू ही जिताती है,

भक्त सुनाये,

माँ की महिमा,

तू संग में गा लेना,

अरे ऐ भईया जी,

जरा ताली बजा लेना ॥


आज है जगराता माई का,

माँ को मना लेना,

अरे ऐ भईया जी,

जरा ताली बजा लेना,

हाथ उठा के जोर लगा,

जयकारे लगा लेना,

अरे ऐ बहना जी,

जरा ताली बजा लेना ॥


गुरुवायुर एकादशी मंदिर की पौराणिक कथा

"दक्षिण का स्वर्ग" कहे जाने वाले अतिसुन्दर राज्य केरल में गुरुवायुर एकादशी का पर्व पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है। यह पर्व गुरुवायुर कृष्ण मंदिर में विशेष रूप से मनाया जाता है, जो भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।

श्री राम जी का मंदिर बनाएंगे (Shree Ram Ji Ka Mandir Banayenge)

श्री राम जी का मंदिर बनाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,

बजरंगबली मेरी नाव चली (Bajarangabali Meri Nav Chali)

बजरंगबली मेरी नाव चली,
करुना कर पार लगा देना ।

Chhath Puja 2025 (छठ पूजा 2025 कब है?)

भारत देश त्योहारों का देश है और यहां हर त्यौहार का अपना महत्व और पूजा विधि है। इन्हीं त्यौहारों में से एक है छठ पूजा है, जो भगवान सूर्य को समर्पित है।

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