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आये है गणेश बप्पा, आज मोरे आंगना (Aaye Hai Ganesh Bappa, Aaj More Angana)

आये है गणेश बप्पा,

आज मोरे आंगना,

आये मोरे आंगना,

जी आये मोरे आंगना,

आये हैं गणेश बप्पा,

आज मोरे आंगना ॥


चरण पखारूँ माथे तिलक लगाऊं रे,

प्रथमे गणेश पूजा आरती सजाऊँ रे,

झोलियाँ फैलाओ मांगो,

दिल से जो है माँगना,

आये हैं गणेश बप्पा,

आज मोरे आंगना ॥


माँ को भी लाए रिद्धि सिद्धि को भी लाए,

शुभ और लाभ संग में शिव जी भी आए,

भादो का महीना शुभ है,

पावन सुहावना,

आये हैं गणेश बप्पा,

आज मोरे आंगना ॥


बल और बुद्धि साहस करते प्रदान है,

बोलो तो गणेश बप्पा बड़े ही महान है,

प्रेम से पुकारो ‘योगी’,

देव आए आंगना,

आये हैं गणेश बप्पा,

आज मोरे आंगना ॥


आये है गणेश बप्पा,

आज मोरे आंगना,

आये मोरे आंगना,

जी आये मोरे आंगना,

आये हैं गणेश बप्पा,

आज मोरे आंगना ॥

ही आशा लेकर आती हूँ ( Yahi Aasha Lekar Aati Hu)

यही आशा लेकर आती हूँ,
हर बार तुम्हारे मंदिर में,

अथ वेदोक्तं रात्रिसूक्तम् (Ath Vedokta Ratri Suktam)

वेदोक्तम् रात्रि सूक्तम् यानी वेद में वर्णन आने वाले इस रात्रि सूक्त का पाठ कवच, अर्गला और कीलक के बाद किया जाता है। इसके बाद तन्त्रोक्त रात्रि सूक्त और देव्यथर्वशीर्षम् स्तोत्रम् का पाठ किया जाता है।

फाल्गुन माह प्रदोष व्रत उपाय

फाल्गुन मास में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। फाल्गुन मास में प्रदोष व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है।

मेरे ओ सांवरे, तूने क्या क्या नहीं किया (Mere O Sanware Tune Kya Kya Nahi Kiya)

मेरे ओ सांवरे,
तूने क्या क्या नहीं किया,

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