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बालाजी मुझे अपने, दर पे बुलाना: भजन (Balaji Mujhe Apne Dar Pe Bulana)

बालाजी मुझे अपने,

दर पे बुलाना,

दर्शन से नैनो की,

प्यास बुझाना,

बालाजी मुझे अपना,

दर्शन दिखाना,

बालाजी मुझें अपने,

दर पे बुलाना ॥


ह्रदय में तेरे सियाराम बसे है,

राम सिया का तू है दीवाना,

चरणों में तेरे बाला,

मेरा है ठिकाना,

बालाजी मुझें अपने,

दर पे बुलाना ॥


स्वर्ग से सुन्दर धाम है तेरा,

रामसिया की सेवा काम है तेरा,

राम का तू और तेरा,

जग है दीवाना,

बालाजी मुझें अपने,

दर पे बुलाना ॥


बालाजी मुझे अपने,

दर पे बुलाना,

दर्शन से नैनो की,

प्यास बुझाना,

बालाजी मुझे अपना,

दर्शन दिखाना,

बालाजी मुझें अपने,

दर पे बुलाना ॥

पौष माह के व्रत त्योहार

पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष के बाद पौष का महीना आता है। ये हिंदू कैलेंडर का 10वां महीना होता है। पौष के महीने में सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।

लाली लाली लाल चुनरियाँ (Laali Laali Laal Chunariya)

लाली लाली लाल चुनरियाँ,
कैसे ना माँ को भाए ॥

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संकट हरलो मंगल करदो,
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