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जब भी नैन मूंदो(Jab Bhi Nain Mundo Jab Bhi Nain Kholo)

जय राधे कृष्णा,

जय राधे कृष्णा,

जय राधे कृष्णा हरे हरे ॥


जब भी नैन मूंदो,

जब भी नैन खोलो,

राधे कृष्णा बोलो,

राधे कृष्णा बोलो,


जय राधे कृष्णा,

जय राधे कृष्णा,

जय राधे कृष्णा हरे हरे ॥


वृंदावन ब्रज की राजधानी,

यहाँ बसे ठाकुर ठकुरानी,

मधुर मिलन की साक्षी देते,

सेवा कुञ्ज और यमुना का पानी,

सेवा कुञ्ज और यमुना का पानी,

पूण्य प्रेम रस में आत्मा भिगोलो,

जब भी नैन मुंदो,

जब भी नैन खोलो,

राधे कृष्णा बोलो,

राधे कृष्णा बोलो ॥


कृष्ण राधिका एक है,

इनमे अंतर नाही,

राधे को आराध लो,

कृष्णा तभी मिल जाए,

प्रथक प्रथक कभी इनको ना तोलो,

जब भी नैन मुंदो,

जब भी नैन खोलो,

राधे कृष्णा बोलो,

राधे कृष्णा बोलो ॥


जब भी नैन मूंदो,

जब भी नैन खोलो,

राधे कृष्णा बोलो,

राधे कृष्णा बोलो


जय राधे कृष्णा,

जय राधे कृष्णा,

जय राधे कृष्णा हरे हरे ॥

अरे माखन की चोरी छोड़ साँवरे मैं समझाऊँ तोय (Are Makhan Ki Chori Chhod Sanvare Main Samjhau Toye)

अरे माखन की चोरी छोड़,
साँवरे मैं समझाऊँ तोय,

अंगना पधारो महारानी: भजन

अरे हों...
अंगना पधारो महारानी,
हे मैय्या अरे अंगना पधारो महारानी, मोरी शारदा भवानी।
अंगना पधारो महारानी, मोरी शारदा भवानी।
रे अंगना पधारो महारानी, मोरी शारदा भवानी।

मासिक शिवरात्रि पर शिव चालीसा पाठ

हिंदू पंचाग में प्रत्येक महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी यानी 14वें दिन मासिक शिवरात्रि के मनाई जाती है। इस विशेष दिन भगवान शिव की आराधना की जाती है।

महाशिवरात्रि पर 11 घंटे भद्रा का साया

वैदिक पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि 26 मार्च 2025 को मनाई जाएगी। सभी शिवभक्तों को हर साल महाशिवरात्रि के पर्व का इंतजार बेसब्री से रहता है।

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