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भजामि शंकराये नमामि शंकराये (Bhajami Shankaraye Namami Shankaraye)

भजामि शंकराये नमामि शंकराये,

त्रिलोचनाये शूलपाणी चंद्र शेखराये,

हर हर बम बम शिव भोले,

हर हर बम बम शिव भोले ॥


अनाथों के हो नाथ तुम,

दुखी जनो के साथ तुम,

लो थाम मेरा हाथ तुम,

कहाँ हो भोलेनाथ तुम,

भजामी शंकराये नमामी शंकराये,

त्रिलोचनाये शूलपाणी चंद्र शेखराये,

हर हर बम बम शिव भोले,

हर हर बम बम शिव भोले ॥


अनंत हो विशाल हो,

असीम शिव दयाल हो,

करो कृपा की कोर जो,

तो दीन भी निहाल हो,

भजामी शंकराये नमामी शंकराये,

त्रिलोचनाये शूलपाणी चंद्र शेखराये,

हर हर बम बम शिव भोले,

हर हर बम बम शिव भोले ॥


शरण में लो उबार दो,

जनम मेरा सुधार दो,

दया करो दया करो,

मुझे भी नाथ तार दो,

भजामी शंकराये नमामी शंकराये,

त्रिलोचनाये शूलपाणी चंद्र शेखराये,

हर हर बम बम शिव भोले,

हर हर बम बम शिव भोले ॥


भजामि शंकराये नमामि शंकराये,

त्रिलोचनाये शूलपाणी चंद्र शेखराये,

हर हर बम बम शिव भोले,

हर हर बम बम शिव भोले ॥

जिसको जीवन में मिला सत्संग है (Jisko jivan Main Mila Satsang Hai)

जिसके जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।

करवा चौथ व्रत कथा (Karwa Chauth Vrat Katha)

करवा चौथ की सबसे प्रसिद्ध कहानी के अनुसार देवी करवा अपने पति के साथ तुंगभद्रा नदी के पास रहा करती थीं। एक दिन करवा के पति नदी में स्नान करने गए तो एक मगरमच्छ ने उनका पैर पकड़ लिया और उन्हें जल में खिंचने लगा

श्री गौमाता जी की आरती (Shri Gaumata Ji Aarti)

ॐ जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता,
जो कोई तुमको सेवत, त्रिभुवन सुख पाता।।

शिव ताण्डव स्तोत्रम् (Shiv Tandav Stotram)

जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्।

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