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भोले के कांवड़िया मस्त बड़े मत वाले हैं (Bhole Ke Kawadiya Masat Bade Matwale Hain)

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॥


चली कांवड़ियों की टोली,

सब भोले के हमजोली,

गौमुख से गंगाजल वो लाने वाले हैं ।

भोले के कांवड़िया,

मस्त बड़े मत वाले हैं ॥


सब अलग अलग शहरों से चलकर आते हैं,

कंधे पे उठा के कावड़ दौड़े जाते हैं ।

है कठिन डगर पर ये ना,

रुकने वाले हैं ॥

॥ भोले के कावड़िया...॥


कोई भांग धतूरा बेल की पत्रि लाए हैं,

कोई दूध दही मलमल के तिलक लगाए हैं ।

यह सब मस्तानी शिव के,

चाहने वाले हैं ॥

॥ भोले के कावड़िया...॥


‘नोधी’ जिद्द छोड़ो कावड़ आप उठा भी लो,

संघ ‘लव’ के शिव भोले की महिमा गा भी लो ।

‘सनी’ ‘दीपक’ भी साथ ही जाने वाले हैं ॥

॥ भोले के कावड़िया...॥

होलिका दहन की राख शुभ है या अशुभ?

होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत और भक्ति की शक्ति को दर्शाता है। कुछ जगह मान्यता है कि होलिका में राक्षस हिरण्यकश्युप की बहन होलिका जल गईं थीं इसलिए ये अशुभता का प्रतीक है।

पौष माह में क्या करें और क्या नहीं

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द्वारे चलिए मैय्या के द्वारे चलिए

द्वारे चलिए, मैय्या के द्वारे चलिए
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Mann Mein Basakar Teri Murti (मन में बसाकर तेरी मूर्ति)

मन में बसाकर तेरी मूर्ति,
उतारू में गिरधर तेरी आरती ॥

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