नवीनतम लेख

बोली गौरी सुनो भोला, बात मेरी ध्यान से सुनलो (Boli Gaura Suno Bhola Baat Meri Dhyan Se Sunlo)

बोली गौरी सुनो भोला,
बात मेरी ध्यान से सुनलो,
मुझे या भांग दोनों में,
कोई भी एक तुम चुन लो,
चली मैं जाउंगी,
वरना तुम्हे छोड़ कर,
बोली गौरी सुनों भोला,
बात मेरी ध्यान से सुनलो ॥

जबसे लाये हो तुम,
ब्याह करके मुझे,
मुझसे प्यारी लगे,
भोला भंगिया तुझे,
ना दया है ना,
दिल में तेरे प्यार है,
मेरे अरमानो के,
सारे दीपक बुझे,
तेरे दिल में,
हमारी नहीं है कदर,
बोली गौरी सुनों भोला,
बात मेरी ध्यान से सुनलो ॥

भांग पीने की आदत,
तू ये छोड़ दे,
वरना तू मुझसे,
रिश्ता अभी तोड़ दे,
बन गई मेरी सौतन,
ये भंगिया तेरी,
भांग की मटकी,
भोला अभी फोड़ दे,
घोला भंगिया ने,
जीवन मेरे ज़हर,
बोली गौरी सुनों भोला,
बात मेरी ध्यान से सुनलो ॥

फैसला अब ये भोला,
तेरे हाथ है,
भांग या रहना,
तुमको मेरे साथ है,
दोनों बच्चे सँभालु,
या भंगिया घिसूँ,
ध्यान बच्चों का भी,
न तुम्हे नाथ है,
‘कुंदन’ बिलकुल,
नहीं है हमारी फिकर,
बोली गौरी सुनों भोला,
बात मेरी ध्यान से सुनलो ॥

बोली गौरी सुनो भोला,
बात मेरी ध्यान से सुनलो,
मुझे या भांग दोनों में,
कोई भी एक तुम चुन लो,
चली मैं जाउंगी,
वरना तुम्हे छोड़ कर,
बोली गौरी सुनों भोला,
बात मेरी ध्यान से सुनलो ॥

पौष में सूर्यदेव की पूजा क्यों होती है

पौष मास हिंदू पंचांग का दसवां महीना है और इसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण माना गया है। यह महीना 13 जनवरी तक रहेगा, जिसके बाद माघ महीने की शुरुआत होगी।

महाकाल की लगन: शिव (Mahakal Ki Lagan)

मोहे लागी रे लगन महाकाल की लगन,
तुम्हारे नाम से किस्मत मेरी सजा लू मैं,

जहाँ ले चलोगे, वही मैं चलूँगा (Jaha Le Chaloge Vahi Me Chalunga)

जहाँ ले चलोगे, वही मैं चलूँगा,
जहाँ नाथ रख लोगे, वही मैं रहूँगा ।

जिसको राम नाम रटना पसन्द है (Jisko Ram Naam Ratna Pasand Hai)

जिसको राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥

यह भी जाने