नवीनतम लेख

दर्श करा दे मेरे सांवरे, म्हारे नैना हुए बावरे (Darsh Kara De Mere Sanware Mhare Naina Huye Baware)

दर्श करा दे मेरे सांवरे,

म्हारे नैना हुए बावरे,

थारा कुछ भी ना लगे,

थारे बिन जी ना लगे,

दर्श करा दे मेरे साँवरे,

म्हारे नैना हुए बावरे ॥


म्हारी हालत बस तू ही जाने,

रो रो गुज़ारू दिल ना माने,

कैसे जियुं श्याम मेरे सांवरे,

थारा कुछ भी ना लगे,

थारे बिन जी ना लगे,

दर्श करा दे मेरे साँवरे,

म्हारे नैना हुए बावरे ॥


एक बस तू ही दिखे मुझको,

दिल की सुनाउँ मैं किसको,

धीर बंधाओ श्याम मेरे सांवरे,

थारा कुछ भी ना लगे,

थारे बिन जी ना लगे,

दर्श करा दे मेरे साँवरे,

म्हारे नैना हुए बावरे ॥


मेरा भरोसा बस एक तू,

दिल में श्याम एक बस तू,

पीर मिटाओ श्याम मेरे सांवरे,

थारा कुछ भी ना लगे,

थारे बिन जी ना लगे,

दर्श करा दे मेरे साँवरे,

म्हारे नैना हुए बावरे ॥


प्रेम का डोरी से तूने बाँधा,

‘दीपक’ श्याम से जन्मों का नाता,

दर्श दिखाओ श्याम मेरे सांवरे,

थारा कुछ भी ना लगे,

थारे बिन जी ना लगे,

दर्श करा दे मेरे साँवरे,

म्हारे नैना हुए बावरे ॥


दर्श करा दे मेरे सांवरे,

म्हारे नैना हुए बावरे,

थारा कुछ भी ना लगे,

थारे बिन जी ना लगे,

दर्श करा दे मेरे साँवरे,

म्हारे नैना हुए बावरे ॥

माघ गुप्त नवरात्रि कवच पाठ

हिंदू धर्म में नवरात्रि का त्योहार देवी माँ के विभिन्न रूपों की पूजा करने हेतु मनाया जाता है। यहां, नवरात्रि शब्द में 'नव' का अर्थ नौ और 'रात्रि' का अर्थ है रातें। इन नौ रातों में देवी मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। हालांकि, 4 नवरात्रियों में से एक माघी नवरात्रि गृहस्थ लोगों के लिए नहीं होती है।

विसर नाही दातार अपना नाम देहो - शब्द कीर्तन (Visar Nahi Datar Apna Naam Deho)

गुण गावा दिन रात गुण गवा,
विसर नाही दातार अपना नाम देहो,

हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार (Hum Sab Milke Aaye Data Tere Darbar)

हम सब मिलके आये,
दाता तेरे दरबार

तकदीर मुझे ले चल, मैय्या जी की बस्ती में

दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे,
( दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे,)

यह भी जाने