नवीनतम लेख

हे गिरधर गोपाल लाल तू आजा मोरे आँगना (Hey Girdhar Gopaal Laal Tu Aaja More Angana)

हे गिरधर गोपाल लाल तू,

आजा मोरे आँगना,

माखन मिशरी तने खिलाऊँ,

और झुलाऊँ पालणा,

हे गिरधर गोपाल लाल तु ॥


मैं तो अर्जी कर सकता हूँ,

आगे तेरी मर्जी है,

आनो हो तो आ साँवरिया,

फेर करे क्यों देरी है,

मुरली की आ तान सुनाना,

चाल ना टेढ़ी चालना,

माखन मिशरी तने खिलाऊँ,

और झुलाऊँ पालणा,

हे गिरधर गोपाल लाल तु ॥


कंचन बरगो थाल सजायो,

खीर चूरमा बाटकी,

दूध मलाई से मटकी भरी है,

आजा जिमले ठाट की,

तेरी ही मर्जी के माफिक,

खाना हो सो खावना,

माखन मिशरी तने खिलाऊँ,

और झुलाऊँ पालणा,

हे गिरधर गोपाल लाल तु ॥


धन्ना भगत ने तुझे बुलाया,

रूखा सूखा खाया तू,

करमा बाई लाई खीचड़ो,

रूचि रूचि भोग लगाया तू,

मेरी बार क्यों रूठ के बैठ्यो,

भाई ना मेरी भावना,

माखन मिशरी तने खिलाऊँ,

और झुलाऊँ पालणा,

हे गिरधर गोपाल लाल तु ॥


हे गिरधर गोपाल लाल तू,

आजा मोरे आँगना,

माखन मिशरी तने खिलाऊँ,

और झुलाऊँ पालणा,

हे गिरधर गोपाल लाल तु ॥


षटतिला एकादशी मंत्र

सनातन धर्म में एकादशी तिथि का काफी महत्व है। माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी के कहते हैं।

माँ शारदा भवानी, बैठी है देखो कैसे(Maa Sharda Bhawani Bethi Hai Dekho Kaise)

माँ शारदा भवानी,
बैठी है देखो कैसे,

बांटो बांटो मिठाई मनाओ ख़ुशी (Banto Banto Mithai Manao Khushi)

बांटो बांटो मिठाई मनाओ खुशी,
मुँह मीठा करवाओ अवध वासियो ।

माँ की लाल रे चुनरिया(Maa Ki Laal Re Chunariya)

माँ की लाल रे चुनरिया,
देखो लहर लहर लहराए,

यह भी जाने