नवीनतम लेख

जय हो शिव भोला भंडारी (Jai Ho Shiv Bhola Bhandari Lela Aprampar Tumhari Bhajan)

जय हो शिव भोला भंडारी,

लीला अपरंपार तुम्हारी,

लेके नाम, तेरा नाम,

तेरे धाम आ गए,

तेरे भक्त पे संकट भारी,

रक्षा कीजिये हे त्रिपुरारी,

लेके नाम, तेरा नाम,

तेरे धाम आ गए,

॥ जय हो शिव भोला भंडारी...॥



मेरी विनती सुनो हे अवनाशी,

किरपा करदो प्रभु घट-घट वासी,

अब तो लेलो खबर हमारी,

तुम हो भक्तो के हितकारी,

लेके नाम, तेरा नाम,

तेरे धाम आ गए,

॥ जय हो शिव भोला भंडारी...॥


मेरी नैया फसी प्रभु मझधार में,

कोई तुमसा दयालु न संसार में,

माना पतित बड़ा भारी,

भोले आप हो मंगलकारी,

लेके नाम, तेरा नाम,

तेरे धाम आ गए,

॥ जय हो शिव भोला भंडारी...॥


आप के चरणों की धूल जो पाएंगे,

सारे बदल वो दुःख के झट जायेगे,

तूने उसकी बिपदा टाली,

आया शरण जो नाथ तुम्हारी,

लेके नाम, तेरा नाम,

तेरे धाम आ गए,


जय हो शिव भोला भंडारी,

लीला अपरंपार तुम्हारी,

लेके नाम, तेरा नाम,

तेरे धाम आ गए,

तेरे भक्त पे संकट भारी,

रक्षा कीजिये हे त्रिपुरारी,

लेके नाम, तेरा नाम,

तेरे धाम आ गए


शिव चालीसा | लिङ्गाष्टकम् | शिव आरती | शिव भजन | शिव पंचाक्षर स्तोत्र | द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

पहली बार सकट चौथ करते समय इन बातों का ध्यान रखें

हिंदू धर्म में संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि से जुड़े कई व्रत-त्योहार हैं। जिनमें से सकट चौथ का पर्व विशेष माना जाता है। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन महिलाएं संतान की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।

हम आये है तेरे द्वार, गिरजा के ललना (Hum Aaye Hai Tere Dwar Girija Ke Lalna)

हम आये है तेरे द्वार,
गिरजा के ललना,

लागी तुम संग यारी मेरे बांके बिहारी (Laagi Tum Sang Yaari Mere Banke Bihari)

लागी तुम संग यारी,
मेरे बांके बिहारी,

तेरे डमरू की धुन सुनके, मैं काशी नगरी आई हूँ(Tere Damru Ki Dhun Sunke Main Kashi Nagri Aayi Hun)

तेरे डमरू की धुन सुनके,
मैं काशी नगरी आई हूँ,

यह भी जाने