नवीनतम लेख

जय राधा माधव, जय कुन्ज बिहारी (Jai Radha Madhav, Jai Kunj Bihari)

जय राधा माधव,

जय कुन्ज बिहारी

जय राधा माधव,

जय कुन्ज बिहारी

जय गोपी जन बल्लभ,

जय गिरधर हरी

जय गोपी जन बल्लभ,

जय गिरधर हरी

॥ जय राधा माधव...॥


यशोदा नंदन, ब्रज जन रंजन

यशोदा नंदन, ब्रज जन रंजन

जमुना तीर बन चारि,

जय कुन्ज बिहारी

॥ जय राधा माधव...॥


मुरली मनोहर करुणा सागर

मुरली मनोहर करुणा सागर

जय गोवर्धन हरी,

जय कुन्ज बिहारी

॥ जय राधा माधव...॥


हरे कृष्णा हरे कृष्णा,

कृष्णा कृष्णा हरे हरे

हरे कृष्णा हरे कृष्णा,

कृष्णा कृष्णा हरे हरे

हरे रामा हरे रमा,

रामा रामा हरे हरे

हरे रामा हरे रमा,

रामा रामा हरे हरे


हरे कृष्णा हरे कृष्णा,

कृष्णा कृष्णा हरे हरे

हरे कृष्णा हरे कृष्णा,

कृष्णा कृष्णा हरे हरे

हरे रामा हरे रमा,

रामा रामा हरे हरे

हरे रामा हरे रमा,

रामा रामा हरे हरे

मासिक शिवरात्रि शिव तांडव स्तोत्र

वैदिक ज्योतिष में मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत को भगवान शिव की कृपा पाने का विशेष अवसर माना गया है। इस दिन भक्त अपने-अपने तरीके से भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करते हैं और शिवजी को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं।

श्री बृहस्पतिवार/गुरुवार की व्रत कथा (Shri Brispatvaar /Guruvaar Ki Vrat Katha

भारतवर्ष में एक राजा राज्य करता था वह बड़ा प्रतापी और दानी था। वह नित्य गरीबों और ब्राह्मणों की सहायता करता था।

हे संकट मोचन करते है वंदन(Hey Sankat Mochan Karte Hai Vandan)

हे संकट मोचन करते है वंदन
तुम्हरे बिना संकट कौन हरे,

काशी के कोतवाल काल भैरव

काशी के राजा भगवान विश्वनाथ और कोतवाल भगवान काल भैरव की जोड़ी हिंदू पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

यह भी जाने