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कब लोगे खबर भोले नाथ बड़ी देर भयी ( Kab Loge Khabar Bholenath Badi Der Bhayi)

कब लोगे खबर भोलेनाथ,

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी,

कब लोगे खबर भोले नाथ,

चलते चलते मेरे पग हारे,

कब लोगे खबर भोलेनाथ ॥


आया हूँ में भी द्वार तुम्हारे,

अपनी झोली आज पसारे,

खाली जाऊँ भला मै केसे,

तेरेदर से हे भोलेनाथ,

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी ॥


अंजाना हूँ राह दिखा दो,

अब तो बाबा हाथ बढ़ालो,

मोह माया में भटका मैं प्राणी,

नही पाऊ डगर भोलेनाथ,

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी ॥


भक्तो को जो ठुकरावोगे,

आप बबा पछतावोगे,

खुद तुमको मनाना होगा,

रूठ जाऊँ अगर भोलेनाथ,

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी ॥


कब लोगे खबर भोले नाथ

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी,

कब लोगे खबर भोलेनाथ,

चलते चलते मेरे पग हारे,

कब लोगे खबर भोलेनाथ ॥


विवाह पंचमी के दिन क्या करें, क्या न करें?

विवाह पंचमी भगवान राम और माता सीता के विवाह का ऐसा पावन अवसर है, जिसे हिंदू धर्म के लोग हर्षोल्लास के साथ मनाते है।

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प्रत्येक साल में एक दिन सबसे छोटा होता है। दरअसल, इस दिन सूर्य धरती के दक्षिणी गोलार्ध में अपने चरम बिंदु पर होता है। ज्योतिष के अनुसार साल के सबसे छोटे दिन तक भगवान सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर चुके होते हैं।

बैंगन छठ की कहानी क्या है

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बारिशों की छम छम में तेरे दर पे आए हैं

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