नवीनतम लेख

काली काली अलको के फंदे क्यूँ डाले - भजन (Kali Kali Alko Ke Fande Kyun Dale)

काली काली अलको के फंदे क्यूँ डाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले ॥


दोहा – मेरा एक नज़र तुझे देखना,

किसी बंदगी से कम नहीं,

करो मेरा शुक्रिया मेहरबां,

तुझे दिल में हमने बसा लिया,

आप इस तरह से होश,

उड़ाया ना कीजिये,

यूँ बन संवर के सामने,

आया ना कीजिये ॥


काली काली अलको के फंदे क्यूँ डाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले ॥


मुरली वाले मुरली वाले,

मुरली वाले मुरली वाले ॥


सितमगर हो तुम खूब पहचानते है,

तुम्हारी अदाओ को हम जानते है,

फरेबे मोहब्बत में उलझाने वाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले ॥


मुरली वाले मुरली वाले,

मुरली वाले मुरली वाले ॥


ये रंगीले नैना तुम्ही को मुबारक,

ये मीठे मीठे बैना तुम्ही को मुबारक,

हमारी तरफ से निगाहे हटाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले ॥


मुरली वाले मुरली वाले,

मुरली वाले मुरली वाले ॥


संभालो जरा ये पीताम्बर गुलाबी,

ये करता है दिल में हमारे खराबी,

जो तेरा हुआ उसको क्या कोई संभाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले ॥


मुरली वाले मुरली वाले,

मुरली वाले मुरली वाले ॥


जहाँ तुमने चेहरे से पर्दा हटाया,

वही अहले दिल को तमाशा बनाया,

बनाले बावरी को अब अपना बनाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले ॥


मुरली वाले मुरली वाले,

मुरली वाले मुरली वाले ॥


काली काली अलको के फंदे क्यू डाले,

हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले ॥

साल का सबसे शुभ दिन कार्तिक पूर्णिमा

हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का दिन अत्यंत पवित्र और शुभ माना गया है। इस दिन का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है और इसे पूजा, पाठ और दान के लिए विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है।

2025 की पहली शनि त्रयोदशी कब है

जब शनिवार और त्रयोदशी तिथि एक साथ आती है तो उसे शनि त्रयोदशी कहते हैं। यह एक खास दिन होता है। यह हर महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है।

गुरु प्रदोष व्रत से होंगे ये लाभ

गुरु प्रदोष व्रत को भगवान शिव की पूजा और विशेष रूप से बृहस्पति देव की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

विनायक चतुर्थी का व्रत कथा

हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी सबसे महत्वपूर्ण दिन माना गया है। यह तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस दिन भक्त श्रद्धा पूर्वक पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं।

यह भी जाने