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कृपा करे रघुनाथ जी, म्हने सत देवे सीता माता (Kripa Kare Raghunath Ji Mhane Sat Deve Sita Mata)

कृपा करे रघुनाथ जी,

म्हने सत देवे सीता माता,

श्री बालाजी महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता ॥


जगत पति रघुनाथ जी,

जग जननी सीता माता,

श्री सालासर महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता,

कृपा करें रघुनाथ जी,

म्हने सत देवे सीता माता,

श्री बालाजी महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता ॥


अन्न दाता रघुनाथ जी,

अन्न पूरण सीता माता,

श्री मेहंदीपुर महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता,

कृपा करें रघुनाथ जी,

म्हने सत देवे सीता माता,

श्री बालाजी महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता ॥


कृपा करे रघुनाथ जी,

म्हने सत देवे सीता माता,

श्री बालाजी महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता ॥

शिव तांडव स्तोत्र का महत्व और लाभ

सनातन धर्म में मंत्र और स्तोत्र का विशेष महत्व माना जाता है। धर्म शास्त्रों में मंत्र जाप और स्तोत्र के नियमित पाठ के द्वारा भगवान को प्रसन्न करने का विधान है।

वादा कर ले भोलेनाथ, छोड़ोगे ना हाथ (Wada Kar Le Bholenath Chodoge Na Hath)

वादा कर ले भोलेनाथ,
छोड़ोगे ना हाथ,

शंकर के द्वारे चले काँवरिया (Shankar Ke Dware Chale Kavariya)

शंकर के द्वारे चले काँवरिया
भोले के प्यारे चले काँवरिया

चल रे कावडिया शिव के धाम: भजन (Chal Re Kanwariya Shiv Ke Dham)

चाहे छाए हो बादल काले,
चाहे पाँव में पड़ जाय छाले,