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माँ रेवा: थारो पानी निर्मल (Maa Rewa: Tharo Pani Nirmal)


माँ रेवा थारो पानी निर्मल,

खलखल बहतो जायो रे..

माँ रेवा !


अमरकंठ से निकली है रेवा,

जन-जन कर गयो भाड़ी सेवा..

सेवा से सब पावे मेवा,

ये वेद पुराण बतायो रे !


माँ रेवा थारो पानी निर्मल,

खलखल बहतो जायो रे..

माँ रेवा !

जो शिव भोले की, भक्ति में रम जाएगा (Jo Shiv Bhole Ki Bhakti Mein Ram Jayega)

जो शिव भोले की,
भक्ति में रम जाएगा,

उत्तपन्ना एकादशी 2024, पूजा विधि

मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाने वाला उत्पन्ना एकादशी का पर्व भगवान विष्णु और देवी एकादशी की आराधना का विशेष दिन है।

हे विनय विनायक विनती करा(Hey Vinay Vinayak Vinati Kara)

हे विनय विनायक विनती करा
म्हारे आंगन आप पधारो जी,

राम को देख कर के जनक नंदिनी (Ram Ko Dekh Ke Janak Nandini)

राम को देख कर के जनक नंदिनी,
बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी।

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