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मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें (Maiya Ji Se Hoga Milan Dheere Dheere)

लग जाएगी लगन धीरे धीरे,

मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥


करले भरोसा मैया पे प्यारे,

छोड़ दे झूठे जग के सहारे,

जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,

जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥


ज्ञानू सरिका करले समर्पण,

चरणों में कर दे खुद को तू अर्पण,

धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,

धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥


दिल को लगा ले चरणों में प्यारे,

‘हर्ष’ रहेगी संग ये तुम्हारे,

महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,

महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥


लग जाएगी लगन धीरे धीरे,

मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥

प्रभु जी तुम चंदन हम पानी (Prabhuji Tum Chandan Hum Pani)

प्रभु जी तुम चंदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी,

विनायक चतुर्थी चालीसा

विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश और शिव परिवार की पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि गणपति बप्पा की पूजा करने से सभी तरह के विघ्न दूर होते हैं। इसलिए भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है।

भीष्म अष्टमी के अचूक उपाय

हर साल माघ महीने में भीष्म अष्टमी मनाई जाती है। इसे एकोदिष्ट श्राद्ध भी कहा जाता है। एकोदिष्ट श्राद्ध कोई भी व्यक्ति कर सकता है। एकोदिष्ट श्राद्ध करने से पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

महाशिवरात्रि व्रत विधि

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख त्योहारों मे एक है। यह पर्व भगवान शिव की आराधना को समर्पित होता है और फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है।

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