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मत बरसो इन्दर राज (Mat Barso Inder Raj)

अजी मत बरसो इन्दर राज,

या जग सेठाणी भीजे,

या जग सेठाणी भीजे,

म्हारी राज राणी भीजे,

अजी मत बरसों इन्दर राज,

या जग सेठाणी भीजे ॥


गुम्बज पर मेवा बरसे,

मंदिर पर मेवा बरसे,

अजी पौढ़ी पर अमृत धार,

मोटी सेठाणी भीजे,

अजी मत बरसों इन्दर राज,

या जग सेठाणी भीजे ॥


सावन की रुत मतवाली,

झूले में झूंझण वाली,

अरे सह पावे ना बौछार,

या जग सेठाणी भीजे,

अजी मत बरसों इन्दर राज,

या जग सेठाणी भीजे ॥


झूंझण से खबरिया आई,

सब चलो लोग लुगाई,

ले चलो छतर हजार,

या जग सेठाणी भीजे,

अजी मत बरसों इन्दर राज,

या जग सेठाणी भीजे ॥


पानी के मैया बहाने,

इन्दर आयो दर्शन पाने,

जया मेरो धन्य हुयो परिवार,

दादी चरणा ने छूके,

अजी मत बरसों इन्दर राज,

या जग सेठाणी भीजे ॥


अजी मत बरसो इन्दर राज,

या जग सेठाणी भीजे,

या जग सेठाणी भीजे,

म्हारी राज राणी भीजे,

अजी मत बरसो इन्दर राज,

या जग सेठाणी भीजे ॥

बम बम भोला, पहना सन्यासी चोला (Bam Bam Bhola Pahna Sanyasi Chola)

बम बम बम बम बम भोला,
पहना सन्यासी चोला,

भीष्म अष्टमी पर करें गंगा स्नान

भीष्म अष्टमी सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह दिन विशेष रूप से पितरों को समर्पित होता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनके वंश में संतान नहीं होती। यह पर्व माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।

बैल की सवारी करे डमरू बजाये (Bail Ki Sawari Kare Damroo Bajaye)

बैल की सवारी करे डमरू बजाये
जग के ताप हरे सुख बरसाये

थारो खूब सज्यो दरबार, म्हारा बालाजी सरकार (Tharo Khub Sajyo Darbar Mhara Balaji Sarkar)

थारो खूब सज्यो दरबार,
म्हारा बालाजी सरकार,