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मेरा छोड़ दे दुपट्टा नन्दलाल - भजन (Mera Chhod De Dupatta Nandlal)

मेरा छोड़ दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी,

सवेरे दही लेके आउंगी,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


ना माने तो मेरी चुनर रखले,

ना माने तो मेरी चुनर रखले,

या में सितारे जड़े है हज़ार,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


ना माने तो मेरा हरवा रखले,

ना माने तो मेरा हरवा रखले,

या में हीरे जड़े है हज़ार,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


ना माने तो मेरे कंगन रखले,

ना माने तो मेरे कंगन रखले,

या में मोती जड़े है हज़ार,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


ना माने तो मेरे दिल को रखले,

ना माने तो मेरे दिल को रखले,

या में बैठे बिहारी लाल,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


मेरा छोड़ दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी,

सवेरे दही लेके आउंगी,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


सखी री दो कुंवर सुंदर, मनोहर आज आये है (Sakhi Ri Do Kunwar Sundar Manohar Aaj Aaye Hain)

सखी री दो कुंवर सुंदर,
मनोहर आज आये है,

तेरो लाल यशोदा छल गयो री(Tero Laal Yashoda Chhal Gayo Ri)

तेरो लाल यशोदा छल गयो री,
मेरो माखन चुराकर बदल गयो री ॥

मेरे गणनायक तुम आ जाओ (Mere Gannayak Tum Aa Jao)

मेरे गणनायक तुम आ जाओ,
मैं तो कबसे बाट निहार रही,

षटतिला एकादशी के मंत्र

25 जनवरी 2025 को षटतिला एकादशी का व्रत है। इस दिन तिल का काफी महत्व होता है। षटतिला एकादशी के दिन तिल का छह तरीकों से प्रयोग किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा में भी विशेष रूप से तिल का इस्तेमाल किया जाता है।