नवीनतम लेख

मेरे उज्जैन के महाकाल(Mere Ujjain Ke Mahakal )

तेरी होवे जय जयकार,

मेरे उज्जैन के महाकाल,

उज्जैन के महाकाल मेरे,

उज्जैन के महाकाल,

तेरी होवें जय जयकार,

मेरे उज्जैन के महाकाल ॥


महाकाल सो नाम नहीं,

और उज्जैन सो कोई धाम,

महाकाल सो नाम नहीं,

और उज्जैन सो कोई धाम,

कर ले मेरे महाकाल की भक्ति,

हो जाए सब काम,

कर ले मेरे महाकाल की भक्ति,

हो जाए सब काम,

उनको कर दे बेड़ा पार,

जो आवे है थारे द्वार,

तेरी होवें जय जयकार,

मेरे उज्जैन के महाकाल ॥


उज्जैन के हो राजा,

मेरे महाकाल सरकार,

उज्जैन के हो राजा,

मेरे महाकाल सरकार,

मुझे दे दो अपनी नौकरी,

मेरे खुल जाए सब भाग,

मुझे दे दो अपनी नौकरी,

मेरे खुल जाएं सब भाग,

यो किशन भगत भी बाबा,

तेरे आयो है दरबार,

तेरी होवें जय जयकार,

मेरे उज्जैन के महाकाल ॥


जिंदगी एक धुआ है भाई,

जाने कहां थम जाएगा,

जिंदगी एक धुआँ है भाई,

जाने कहां थम जाएगा,

आजा मेरे महाकाल की नगरी,

जीवन सफल हो जाएगा,

आजा मेरे महाकाल की नगरी,

जीवन सफल हो जाएगा,

उनको कर दे बेड़ो पार,

बाबा जपे जो थारो नाम,

तेरी होवें जय जयकार,

मेरे उज्जैन के महाकाल ॥


तेरी होवे जय जयकार,

मेरे उज्जैन के महाकाल,

उज्जैन के महाकाल मेरे,

उज्जैन के महाकाल,

तेरी होवें जय जयकार,

मेरे उज्जैन के महाकाल ॥

बिगड़ी किस्मत को बनाना, शिव भोले का काम है (Bigdi Kismat Ko Banana Shiv Bhole Ka Kaam Hai)

बिगड़ी किस्मत को बनाना,
शिव भोले का काम है,

विजया एकादशी का व्रत फरवरी 2025

विजया एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है।

गुड़ी पड़वा 4 राशियों के लिए शुभ

हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार इसी दिन भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना शुरू की थी। इस दिन घरों के बाहर गुड़ी कलश और कपड़े से सजा हुआ झंडा लगाया जाता है, जो शुभता और विजय का प्रतीक है।

फाल्गुन मास की पौराणिक कथा

फाल्गुन’ का महीना हिंदू पंचांग का अंतिम महीना होता है। इस मास की पूर्णिमा फाल्गुनी नक्षत्र में होती है। जिस कारण इस महीने का नाम फाल्गुन पड़ा है। इस महीने को आनंद और उल्लास का महीना भी कहा जाता है।

यह भी जाने