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मेरी लगी शंभू से प्रीत, ये दुनिया क्या जाने(Meri Lagi Shambhu Se Preet Ye Duniya Kya Jane)

मेरी लगी शंभू से प्रीत,

ये दुनिया क्या जाने,

मुझे मिल गया मन का मीत,

ये दुनिया क्या जाने,

क्या जाने क्या जाने,

मेरी लगी शम्भू से प्रीत,

ये दुनिया क्या जाने ॥


मां गौरा की सुनो कहानी,

जो है सदाशिव की पटरानी,

तज सती देह उमां कल्याणी,

हिमगिरी के घर जन्मी भवानी,

मैना की हरी सब पीर,

ये दुनिया क्या जाने,

मेरी लगी शम्भू से प्रीत,

ये दुनिया क्या जाने ॥


अखियां शिव दर्शन की प्यासी,

मन में है दिन रेन उदासी,

मात-पिता से आज्ञा मांगी,

तप के हेतु हुई बनवासी,

लागी शिव चरणों से प्रीत,

ये दुनिया क्या जाने,

मेरी लगी शम्भू से प्रीत,

ये दुनिया क्या जाने ॥


कठिन तपस्या मां ने कीन्ही,

शिव ने उमा परीक्षा लीन्ही,

प्रीति उमा की मन में चीन्ही,

तब विवाह की आज्ञा दीन्ही,

तब हुई प्रीत की जीत,

ये दुनिया क्या जाने,

मेरी लगी शम्भू से प्रीत,

ये दुनिया क्या जाने ॥


मेरी लगी शंभू से प्रीत,

ये दुनिया क्या जाने,

मुझे मिल गया मन का मीत,

ये दुनिया क्या जाने,

क्या जाने क्या जाने,

मेरी लगी शम्भू से प्रीत,

ये दुनिया क्या जाने ॥

ओ शंकर भोले, जपती मैं तुमको हरदम (O Shankar Bhole Japti Main Tumko Hardam)

ओ शंकर भोले,
जपती मैं तुमको हरदम,

महाशिवरात्रि के विशेष उपाय

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक अत्यंत पावन और महत्वपूर्ण पर्व है। यह भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन का पवित्र त्योहार आंतरिक शांति का प्रतीक है। इस दिन शिवभक्त उपवास, पूजा-अर्चना और रात्रि जागरण के माध्यम से भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं।

ये सारे खेल तुम्हारे है जग कहता खेल नसीबों का: भजन (Ye Sare Khel Tumhare Hain Jag Kahta Khel Naseebo Ka)

ये सारे खेल तुम्हारे है,
जग कहता खेल नसीबों का,

शेंरावाली दा चोला सुहा लाल, लाल माँ नु प्यारा लागे (Sherawali Da Chola Suha Lal Lal Maa Nu Pyara Lage)

शेरावाली दा चोला सुहा लाल,
लाल माँ नु प्यारा लागे ॥

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