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म्हारा खाटू वाला श्याम(Mhara Khatu Wala Shyam, Mhara Neele Shyam)

म्हारा खाटू वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम,

सिद्ध श्री शुभ ओपमा थाने,

पावा ढोक प्रणाम जी,

समाचार एक पंच जो थासु,

बहुत जरुरी काम जी,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


घणा मान स्यु लिख्यो आज थारो,

उत्सव एक मनाणो है,

थोड़ो लिख्यो घणो समझोगा,

थाने निश्चय आणो है,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


सगळा साथ मिल घणा चाव स्यु,

नित की मंगल गावे है,

और बात सब ठीक ठाक पर,

थारी याद सतावे है,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


सेवक थारा घणा उनमना,

था बिन बहुत उदास जी,

जी में हो तो करो कलेवा,

आकर म्हारे पास जी,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


भूल चूक सब माफ़ करो,

म्हणे बैगा दर्शन दीजो जी,

दास बिहारी के नैणा में,

हरदम बैठ्या रीझो जी,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


म्हारा खाटू वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम,

सिद्ध श्री शुभ ओपमा थाने,

पावा ढोक प्रणाम जी,

समाचार एक पंच जो थासु,

बहुत जरुरी काम जी,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥

मार्गशीर्ष पूर्णिमा कब मनाई जा रही

सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है, और मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा तिथि को साल की आखिरी पूर्णिमा तिथि होने के कारण इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।

वीर हनुमाना राम का दीवाना (Veer Hanumana Ram Ka Diwana)

छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना, वीर हनुमाना राम का दीवाना,

दीवाली कलश पूजा (Diwali Kalash Puja)

सबसे पहले कलश पर मौली बांधकर ऊपर आम का एक पल्लव रखें। कलश में सुपारी, दूर्वा, अक्षत, सिक्का रखें।

मैं काशी हूँ (Main Kashi Hoon)

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