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मुझे चरणों से लगाले, मेरे श्याम मुरली वाले(Mujhe Charno Se Lagale Mere Shyam Murli Wale)

मुझे चरणों से लगाले,

मेरे श्याम मुरली वाले ।

मेरी स्वास-स्वास में तेरा,

है नाम मुरली वाले ॥


भक्तों की तुमने कान्हा,

विपदा है टारी,

मेरी भी बाह थामो,

आ के बिहारी ।

बिगड़े बनाए तुमने,

हर काम मुरली वाले ॥


मुझे चरणों से लगाले,

मेरे श्याम मुरली वाले ।


पतझड़ है मेरा जीवन,

बन के बहार आजा,

सुन ले पुकार कान्हा,

बस एक बार आजा ।

बैचैन मन के तुम्हीं,

आराम मुरली वाले ॥


मुझे चरणों से लगाले,

मेरे श्याम मुरली वाले ।


तुम हो दया के सागर,

जन्मों की मैं हूँ प्यासी,

दे दो जगह मुझे भी,

चरणों में बस जरा सी ।

सुबह तुम्हीं हो, तुम्हीं ही,

मेरी श्याम मुरली वाले ॥


मुझे चरणों से लगाले,

मेरे श्याम मुरली वाले ।


मुझे चरणों से लगाले,

मेरे श्याम मुरली वाले ।

मेरी स्वास स्वास में तेरा,

है नाम मुरली वाले ॥

फुलेरा दूज पूजा विधि

फुलेरा दूज फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाले त्योहार है। यह त्योहार वसंत पंचमी के आने का संकेत देता है। इस दिन देश भर में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को सजाया जाता है।

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ढँक लै यशोदा नजर लग जाएगी (Dhank Lai Yashoda Najar Lag Jayegi)

ढँक लै यशोदा नजर लग जाएगी
कान्हा को तेरे नजर लग जाएगी ।

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