नवीनतम लेख

फागण को महीनो, लिख दीन्यो बाबा जी के नाम (Fagan Ko Mahino Likh Dino Baba Ji Ke Naam)

फागण को महीनो,

लिख दीन्यो बाबा जी के नाम,

कोई काम नहीं दूजो,

बस बोलां जय श्री श्याम ॥

खाटू की नगरिया,

सजगी निराली जी,

गलियां गलियां गूंजे,

म्हारे श्याम धणी रो नाम ॥


बेगा सा चालो,

श्याम धणी के द्वार,

बाबो बैठ्यो बैठ्यो,

जोवे टाबरिया री बाट ॥


ऐसो तो नज़ारो,

देख्यो सुन्यो ना कोई द्वार,

है स्वर्ग से भी सुन्दर,

म्हारे श्याम धणी रो धाम ॥


फागण को महीनो,

लिख दीन्यो बाबा जी के नाम,

कोई काम नहीं दूजो,

बस बोलां जय श्री श्याम ॥


भजन करो मित्र मिला आश्रम नरतन का (Bhajan Karo Mitra Mila Ashram Nartan Ka)

बैठ के तु पिंजरे में,
पंछी काहे को मुसकाय,

प्रभु! स्वीकारो मेरे परनाम (Prabhu Sweekaro Mere Paranam)

सुख-वरण प्रभु, नारायण हे!
दु:ख-हरण प्रभु, नारायण हे!

मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे(Meri Jhopdi Ke Bhag Aaj Khul Jayenge)

मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,

वो है जग से बेमिसाल सखी (Woh Hai Jag Se Bemisal Sakhi)

कोई कमी नहीं है, दर मइया के जाके देख
देगी तुझे दर्शन मइया, तू सर को झुका के देख

यह भी जाने