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जयपुर की चुनरिया मैं लाई शेरावालिये (Jaipur Ki Chunariya Me Layi Sherawaliye)

जयपुर की चुनरिया,

मैं लाई शेरावालिये,

जयपुर की चुनरिया,

मैं लाई शेरावालिये ।


आगरा से लहंगा,

जयपुर से चुनरिया,

दिल्ली के दरीबे से लाई,

सितारे शेरावालिये,

जयपुर की चुनरिया,

मैं लाई शेरावालिये ।


कलकत्ते से नथली लाइ,

झुमका लाई बरेली से,

और फिरोजाबाद से चूड़ी लाइ,

पहनो शेरावालीये,

जयपुर की चुनरिया,

मैं लाई शेरावालिये ।


कांगड़े से सिंदूर लाई,

कजरा लाई मेरठ का,

मालवा से मेंहदी लाई,

लगाओ शेरावालीये,

जयपुर की चुनरिया,

मैं लाई शेरावालिये ।


गुजराती करधन ले आई,

बिछिया बीकानेर से,

और पंजाबी पाजेब ले आई,

पहनो शेरावालिए,

जयपुर की चुनरिया,

मैं लाई शेरावालिये ।


इलाहाबाद से अमरूद लाई,

पेड़े लाई मथुरा से,

और कंदारी अनार ले आई,

भोग लगाओ शेरावालिए,

जयपुर की चुनरिया,

मैं लाई शेरावालिये ।

दुर्गा चालीसा पाठ

धार्मिक मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सच्चे मन से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना और व्रत करने से जातक की हर मनोकामना पूरी होती है। इस दिन दुर्गा चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।

मासिक जन्माष्टमी पर पूजन

सनातन हिंदू धर्म में, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण की विधिवत रूप से पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि इससे साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

भूमि पूजन विधि

किसी भी व्यक्ति के लिए घर उसका मंदिर होता है। इसी कारण से जब वो अपने घर के निर्माण कार्य की शुरुआत करता है, उससे पहले भूमि का पूजन करवाता है।

श्रीदुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् (Durga Ashtottara Shatanama Stotram)

दुर्गाअष्टोत्तरशतनामस्तोत्र एक पवित्र हिंदू मंत्र या स्तोत्र है, जिसमें देवी दुर्गा के 108 नामों का वर्णन है। यह स्तोत्र दुर्गा सप्तशती के अंदर आता है और देवी दुर्गा की महिमा और शक्ति का वर्णन करता है।

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