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ओ लागी लागी रे प्रीत, थासु सांवरिया सरकार (O Lagi Lagi Re Preet Thasu Sawariya Sarkar)

ओ लागी लागी रे प्रीत,

थासु सांवरिया सरकार,

बन के दीवानी मैं तो नाचूंगी,

सांवरा होके दीवानी मैं तो नाचूंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥


ओ म्हारे मनडे में,

बसग्यो म्हारो श्याम धणी दातार,

थे ही बोलो कइयाँ मैं रह पाउंगी,

सांवरा थे ही बोलो कइयाँ मैं रह पाउंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥


ओ थारी बांकी छवि,

निराली भावे म्हाने श्याम,

निजर ना लागे वारि जाउंगी,

सांवरा निजर ना लागे वारि जाउंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥


ओ ‘चंचल’ दर्श दीवानी,

हो गई मदन मुरार,

श्याम नाम प्रेम बधाई बाँटूंगी,

सांवरा श्याम नाम प्रेम बधाई बाँटूंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥


ओ लागी लागी रे प्रीत,

थासु सांवरिया सरकार,

बन के दीवानी मैं तो नाचूंगी,

सांवरा होके दीवानी मैं तो नाचूंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥

होलाष्टक में ये कार्य कर बचें धन हानि से

होलाष्टक की तिथि माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी से पूर्णिमा तक होती है। यह समय पुराणिक कथाओं के अनुसार महत्वपूर्ण माना जाता है I

मैं हर दिन हर पल हर लम्हा, माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ (Main Har Din Har Pal Har Lamha Maa Jwala Ke Gun Gata Hu)

मैं हर दिन हर पल हर लम्हा,
माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ,

माँ शारदे! हम तो हैं बालक तेरे(Maa Sharde Ham To Balak Hain Tere)

माँ शारदे, माँ शारदे,
माँ शारदे, माँ शारदे,

पूरब से जब सूरज निकले (Purab Se Jab Suraj Nikle)

पूरब से जब सूरज निकले,
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