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प्रभु जो तुम्हे हम, बताकर के रोये (Prabhu Jo Tumhe Hum Batakar Ke Roye)

प्रभु जो तुम्हे हम,

बताकर के रोये,

बताकर के रोये,

उसे दिल में कब से,

दबा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


किसी ने ना समझी,

मेरी बेक़रारी,

मिला ना कोई अपना,

दुनिया में सारी,

इसी बेबसी को,

छुपा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


समझ कर मुक़द्दर,

हमारा यही है,

जो तुमने लिखा है,

वो होता सही है,

ख़ुशी में है सबको,

जताकर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


मोहब्बत है क्या चीज़,

वफ़ा किसको कहते,

नहीं खोज पाओगे,

दुनिया में रहते,

हम ही ऐसे बंधन,

निभा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


ये दिल की जो बातें,

तुम्हे कह रहे है,

है छाले जो नैनो की,

राह बह रहे है,

‘पंकज’ तुम्हे जो,

दिखा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


प्रभु जो तुम्हे हम,

बताकर के रोये,

बताकर के रोये,

उसे दिल में कब से,

दबा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥

क्यों छुप के बैठते हो, परदे की क्या जरुरत (Kyu Chup Ke Baithte Ho Parde Ki Kya Jarurat)

क्यों छुप के बैठते हो,
परदे की क्या जरुरत,

भगवान श्रीकृष्ण की पूजा विधि

श्रीकृष्ण पूजन हिन्दू धर्म की एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसमें भक्ति और पवित्रता का संगम होता है। इसे विशेषकर जन्माष्टमी या किसी शुभ अवसर पर किया जाता है।

भीष्म द्वादशी पूजा विधि

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महाशिवरात्रि 2025 कब है

सनातन हिंदू धर्म में, महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। यह पर्व हर वर्ष फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। आमतौर पर यह फरवरी या मार्च महीने में आती है।