नवीनतम लेख

प्रभु जो तुम्हे हम, बताकर के रोये (Prabhu Jo Tumhe Hum Batakar Ke Roye)

प्रभु जो तुम्हे हम,

बताकर के रोये,

बताकर के रोये,

उसे दिल में कब से,

दबा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


किसी ने ना समझी,

मेरी बेक़रारी,

मिला ना कोई अपना,

दुनिया में सारी,

इसी बेबसी को,

छुपा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


समझ कर मुक़द्दर,

हमारा यही है,

जो तुमने लिखा है,

वो होता सही है,

ख़ुशी में है सबको,

जताकर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


मोहब्बत है क्या चीज़,

वफ़ा किसको कहते,

नहीं खोज पाओगे,

दुनिया में रहते,

हम ही ऐसे बंधन,

निभा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


ये दिल की जो बातें,

तुम्हे कह रहे है,

है छाले जो नैनो की,

राह बह रहे है,

‘पंकज’ तुम्हे जो,

दिखा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥


प्रभु जो तुम्हे हम,

बताकर के रोये,

बताकर के रोये,

उसे दिल में कब से,

दबा कर के रोये,

प्रभु जो तुम्हें हम,

बताकर के रोये ॥

1 से 7 अप्रैल 2025 व्रत/त्योहार

अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से अप्रैल साल का चौथा महीना होता है। अप्रैल का पहला हफ्ता विभिन्न त्योहारों और उत्सवों से भरा हुआ है। इस हफ्ते में कई महत्वपूर्ण त्योहार पड़ेंगे।

क्यों मनाते हैं कजलियां पर्व (Kyon Manaate Hain Kajaliyaan Parv)

रक्षाबंधन के एक दिन बाद क्यों मनाते हैं कजलियां पर्व, जानिए क्या है इनका इतिहास

हम लाड़ले खाटू वाले के हमें बाबा लाड़ लड़ाता है (Hum Ladale Khatu Wale Ke Hame Baba Laad Ladata Hai)

हम लाड़ले खाटू वाले के,
हमें बाबा लाड़ लड़ाता है,

नामवली: रामायण मनका 108(Namavali: Ramayan Manka 108)

रघुपति राघव राजाराम ।
पतितपावन सीताराम ॥