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मत कर तू अभिमान रे बंदे (Mat Kar Tu Abhiman Re Bande)

मत कर तू अभिमान रे बंदे,

जूठी तेरी शान रे ।

मत कर तू अभिमान ॥


तेरे जैसे लाखों आये,

लाखों इस माटी ने खाए ।

तेरे जैसे लाखों आये,

लाखों इस माटी ने खाए ।

रहा ना नाम निशान रे बंदे,

मत कर तू अभिमान ॥


मत कर तू अभिमान रे बंदे,

जूठी तेरी शान रे ।

मत कर तू अभिमान ॥


झूठी माया झूठी काया,

वो तेरा जो हरिगुण गाया ।

झूठी माया झूठी काया,

वो तेरा जो हरिगुण गाया ।

जप ले हरी का नाम ओ बन्दे

मत कर तू अभिमान ॥


मत कर तू अभिमान रे बंदे,

जूठी तेरी शान रे ।

मत कर तू अभिमान ॥


माया का अन्धकार निराला,

बाहर उजला अन्दर काला ।

माया का अन्धकार निराला,

बाहर उजला अन्दर काला ।

इस को तू पहचान रे बंदे,

मत कर तू अभिमान ॥


मत कर तू अभिमान रे बंदे,

जूठी तेरी शान रे ।

मत कर तू अभिमान ॥


तेरे पास हैं हीरे मोती,

मेरे मन मंदिर में ज्योति ।

तेरे पास हैं हीरे मोती,

मेरे मन मंदिर में ज्योति ।

कौन हुआ धनवान रे बंदे,

मत कर तू अभिमान ॥


मत कर तू अभिमान रे बंदे,

जूठी तेरी शान रे ।

मत कर तू अभिमान ॥


मत कर तू अभिमान रे बंदे,

जूठी तेरी शान रे ।

मत कर तू अभिमान ॥

भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय महीना है मार्गशीर्ष, जानिए कैसे करें इस माह में उनकी पूजा

मार्गशीर्ष माह कब शुरू हो रहा है? ये श्रीकृष्ण की पूजा के लिए क्यों है खास? इस आलेख में जानें कार्तिक माह के बाद आने वाले मार्गशीर्ष के महत्व और लाभ।

वनदेवी की पूजा किस विधि से करें?

हिंदू धर्म में वनदेवी को जंगलों, वनस्पतियों, और वन्य जीवों की अधिष्ठात्री माना जाता है। वे प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन का प्रतीक हैं। इतना ही नहीं, कई आदिवासी समुदायों में वनदेवी को आराध्य देवी के रूप में पूजा जाता है।

गुड़ी पड़वा 4 राशियों के लिए शुभ

हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार इसी दिन भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना शुरू की थी। इस दिन घरों के बाहर गुड़ी कलश और कपड़े से सजा हुआ झंडा लगाया जाता है, जो शुभता और विजय का प्रतीक है।

बसंत पंचमी पर किस दिशा में करें पूजा

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। वहीं इस साल बसंत पंचमी 02 फरवरी को मनाया जाएगा।