नवीनतम लेख

प्रभु को अगर भूलोगे बन्दे, बाद बहुत पछताओगे (Prabhu Ko Agar Bhuloge Bande Need Kahan Se Laoge)

प्रभु को अगर भूलोगे बन्दे,

बाद बहुत पछताओगे,

पैसे से भोजन लाओगे,

भूख कहा से लाओगे,

पैसे से भोजन लाओगे,

भूख कहा से लाओगे,

प्रभु को अगर भूलोगे बंदे,

बाद बहुत पछताओगे ॥


पैसे के खातिर तू बन्दे,

करता रहा हेरा फेरी,

घी में डालडा, डालडा में घी,

करते नही तनिक देरी,

सुंदर वक़्त को कब तक बन्दे,

व्यर्थ में यू ही गवाओगे,

पैसे से बिस्तर लाओगे,

नींद कहा से लाओगे,

प्रभु को अगर भूलोगे बंदे,

बाद बहुत पछताओगे ॥


साबुन से इस् तन को बन्दे,

धोता रहा तू मल-मल के,

मन तो तेरा गंदा रह गया,

तीरथ करता चल-चल के,

प्रभु शरण में नही गए तो,

बाद बहुत पछताओगे,

पैसे से गहना लाओगे,

रूप कहा से लाओगे,

प्रभु को अगर भूलोगे बंदे,

बाद बहुत पछताओगे ॥


संगीत है शक्ति ईश्वर का,

इसका ही गुणगान करो,

मन को बांधो तन को साधो,

कभी नही अभिमान करो,

अगर साधना नही करोगे,

अंत समय पछताओगे,

पैसे से सरगम सीखोगे,

दर्द कहा से लाओगे,

प्रभु को अगर भूलोगे बंदे,

बाद बहुत पछताओगे ॥


प्रभु को अगर भूलोगे बन्दे,

बाद बहुत पछताओगे,

पैसे से भोजन लाओगे,

भूख कहा से लाओगे,

पैसे से भोजन लाओगे,

भूख कहा से लाओगे,

प्रभु को अगर भूलोगे बंदे,

बाद बहुत पछताओगे ॥


दुःख की बदली, जब जब मुझ पे छा गई(Dukh Ki Badli Jab Jab Mujhpe Cha Gayi )

दुःख की बदली,
जब जब मुझ पे छा गई,

लाभ पंचमी पूजा विधि और महत्व

दिवाली के पांचवें दिन मनाए जाने वाले त्योहार लाभ पंचमी का हिंदू धर्म अत्याधिक महत्व है। इस पर्व को गुजरात में विशेष तौर पर मनाया जाता है।

शाबर मंत्र क्यों पढ़ने चाहिए?

शाबर मंत्र भगवान शिव की विशेष कृपा का प्रतीक हैं, जो मनुष्य की समस्याओं को सहजता से हल करने के लिए बनाए गए। ये मंत्र संस्कृत के कठिन श्लोकों के विपरीत, क्षेत्रीय भाषाओं और बोली में रचे गए हैं, जिससे हर कोई इन्हें आसानी से पढ़ और उपयोग कर सकता है।

क्यों छुप के बैठते हो, परदे की क्या जरुरत (Kyu Chup Ke Baithte Ho Parde Ki Kya Jarurat)

क्यों छुप के बैठते हो,
परदे की क्या जरुरत,