नवीनतम लेख

सवारी महाकाल की आई(Sawari Mahakal Ki Aayi)

आओ प्यारे भक्तों,

भोले बाबा को मनाएं हम,

फूलों से सवारी,

महाकाल की सजाए हम,

करता धराशाई पापियों की चाल,

ऐसा न्याय प्रिय है मेरा महाकाल,

उज्जैन भ्रमण को निकले,

मेरे महाकाल,

सवारी महाकाल की आई,

सवारी महाकाल की आईं,

ॐ नम: शिवाय ॐ नम: शिवाय ॥


मल कर तन पर भस्मी,

वो तो पहने मृग की छाल,

मेरे महाकाल मेरे महाकाल,

आदि से आदि है वो,

अनंत महाकाल,

मेरे महाकाल मेरे महाकाल,

डमरू वाला देखो,

करे है कमाल,

सवारी महाकाल की आईं,

सवारी महाकाल की आईं,

ॐ नम: शिवाय ॐ नम: शिवाय ॥


करपूर गौरम करूणावतारम,

संसार सारम भुजगेन्द्र हारम,

सदा वसंतम हृदयारविंदे,

भवम भवानी सहितं नमामि ॥


कालो का भी काल वो तो,

मेरा महाकाल,

मेरे महाकाल मेरे महाकाल,

देखा हमने कई बार,

पापियों हाल,

मेरे महाकाल मेरे महाकाल,

अंग भभुति तिरपुंड लगाए हम,

सवारी महाकाल की आईं,

सवारी महाकाल की आईं,

ॐ नम: शिवाय ॐ नम: शिवाय ॥


आओ प्यारे भक्तों,

भोले बाबा को मनाएं हम,

फूलों से सवारी,

महाकाल की सजाए हम,

करता धराशाई पापियों की चाल,

ऐसा न्याय प्रिय है मेरा महाकाल,

उज्जैन भ्रमण को निकले,

मेरे महाकाल,

सवारी महाकाल की आई,

सवारी महाकाल की आईं,

ॐ नम: शिवाय ॐ नम: शिवाय ॥

झंडा बजरंग बली का (Jhanda Bajrangbali Ka)

लहर लहर लहराए रे,
झंडा बजरंग बली का,

राम का हर पल ध्यान लगाए, राम नाम मतवाला (Ram Ka Har Pal Dhyan Lagaye Ram Naam Matwala)

राम का हर पल ध्यान लगाए,
राम नाम मतवाला,

श्री लड्डू गोपाल चालीसा (Shri Laddu Gopal Chalisa)

श्री राधापद कमल रज, सिर धरि यमुना कूल |
वरणो चालीसा सरस, सकल सुमंगल मूल ||

तिरुमला को क्यों कहा जाता है धरती का बैकुंठ

आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में त‍िरुमाला की सातवीं पहाड़ी पर स्थित तिरुपति मंदिर विश्व का सबसे प्रसिद्ध है। यहां आने के बाद बैकुंठ जैसी अनुभूति होती है।

यह भी जाने