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शिव शम्भू सा निराला, कोई देवता नहीं है (Shiv Shambhu Sa Nirala Koi Devta Nahi Hai)

शिव शम्भू सा निराला,

कोई देवता नहीं है,

जैसा भी है डमरू वाला,

कोई देवता नहीं है ॥


सर पे बसी है गंगा,

माथे पे चन्द्रमा है,

नंदी की है सवारी,

अर्धांगिनी उमा है,

गले सर्प की है माला,

कोई देवता नहीं है,

जैसा भी है डमरू वाला,

कोई देवता नहीं है ॥


अमृत की कामना से,

सब मथ रहे शिवसागर,

निकला है उससे विष जो,

सब पि गए हलाहल,

उस ज़हर को पिने वाला,

कोई देवता नहीं है,

जैसा भी है डमरू वाला,

कोई देवता नहीं है ॥


आशा हुई निराशा,

जाए तो किसके द्वारे,

तुझे छोड़ हे महेश्वर,

अब किसको हम पुकारे,

सूना है मन शिवाला,

कोई देवता नहीं है,

जैसा भी है डमरू वाला,

कोई देवता नहीं है ॥


शिव शम्भू सा निराला,

कोई देवता नहीं है,

जैसा भी है डमरू वाला,

कोई देवता नहीं है ॥


मैं तो आई वृन्दावन धाम, किशोरी तेरे चरनन में (Main Too Aai Vrindavan Dham Kishori Tere Charanan Main)

मैं तो आई वृन्दावन धाम,
किशोरी तेरे चरनन में ।

जहाँ राम की चर्चा होती, आता बजरंग बाला (Jahan Ram Ki Charcha Hoti Aata Bajrang Bala)

जहाँ राम की चर्चा होती,
आता बजरंग बाला,

शिवरात्रि का त्यौहार है (Shivratri Ka Tyohar Hai)

शिवरात्रि का त्यौहार है,
शिव शंकर का वार है,

मेरे बालाजी महाराज, जयकारा गूंजे गली गली (Mere Balaji Maharaj Jaikara Gunje Gali Gali)

मेरे बालाजी महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली,