नवीनतम लेख

श्यामा आन बसों वृन्दावन में - भजन (Shyama Aan Baso Vrindavan Me)



श्यामा आन बसों वृन्दावन में,

मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ।


श्यामा रसते में बाग लगा जाना,

फुल बीनुगी तेरी माला के लिए ।

तेरी बाट निहारूं कुंजन में,

मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ॥


श्यामा आन बसों वृन्दावन में,

मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ।


श्यामा रसते में कुआँ खुदवा जाना,

मैं तो नीर भरुंगी तेरे लिए ।

मैं तुझे नहालाउंगी मल-मल के,

मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ॥


श्यामा आन बसों वृन्दावन में,

मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।


श्यामा मुरली मधुर सुना जाना,

मोहे आके दरश दिखा जाना ।

तेरी सूरत बसी है अंखियन में,

मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ॥


श्यामा आन बसों वृन्दावन में,

मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।


श्यामा वृन्दावन में आ जाना,

आकर के रास रचा जाना ।

सूनी गोकुल की गलियन में,

मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ॥


श्यामा आन बसों वृन्दावन में,

मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।


श्यामा माखन चुराने आ जाना,

आकर के दही बिखरा जाना ।

बस आप रहो मेरे मन में,

मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ॥


श्यामा आन बसों वृन्दावन में,

मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।

विनायक चतुर्थी के उपाय

सनातन धर्म में विनायक चतुर्थी का काफी महत्व है। चतुर्थी का पर्व शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में मनाया जाता है। इस बार विनायक चतुर्थी 1 फरवरी 2025 को है। यह दिन भगवान गणेश जी को समर्पित है।

तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान - भजन (Tere Pujan Ko Bhagwan)

तेरे पूजन को भगवान,
बना मन मंदिर आलीशान ।

दुर्गा अष्टमी क्यों मनाई जाती है

मासिक दुर्गा अष्टमी हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो भी साधक मां दुर्गा की पूरी श्रद्धा और लगन से व्रत करता है। मां उन सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।

Mere Bhole Baba Ko Anadi Mat Samjho Lyrics (मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो)

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

यह भी जाने