नवीनतम लेख

तुम करुणा के सागर हो प्रभु (Tum Karuna Ke Sagar Ho Prabhu)

तुम करुणा के सागर हो प्रभु

मेरी गागर भर दो थके पाँव है

दूर गांव है अब तो किरपा कर दो

तुम करुणा के सागर हो प्रभु

हरे कृष्णा हरे कृष्णा,

कृष्णा कृष्णा हरे हरे

हरे राम हरे राम,

राम राम हरे हरे

क्लेश द्वेष से भरा ये मन है,

मैला मेरा तन है

तुम कृपाला दीन दयाला,

तुमसे ही जीवन है

इस तन मन को उपवन करने,

का वरदान वर दो


तुम करुणा के सागर हो प्रभु

हरे कृष्णा हरे कृष्णा,

कृष्णा कृष्णा हरे हरे

हरे राम हरे राम,

राम राम हरे हरे


याचक बन कर खड़ा हूँ द्वारे,

दोनों हाथ मैं जोड़े

परम पिता तुमको मैं जानू,

पिता न बालक छोड़े

दास नारायण करे अर्चना,

मेरी पीरा हर दो


तुम करुणा के सागर हो प्रभु

हरे कृष्णा हरे कृष्णा,

कृष्णा कृष्णा हरे हरे

हरे राम हरे राम,

राम राम हरे हरे

पापमोचनी एकादशी विष्णु पूजा विधि

पापमोचनी एकादशी व्रत पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है, और इसे पापों से मुक्ति दिलाने वाला व्रत माना गया है। पापमोचनी एकादशी व्रत का वर्णन स्कंद पुराण में किया गया है, जहां इस बात की चर्चा की गई है, की इस व्रत का पालन करने से मनुष्य अपने पिछले जन्मों के दोषों से भी मुक्त हो सकता है।

मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान(Milta Hai Sachha Sukh Keval Bhagwan Tere Charno Me)

मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान् तुम्हारे चरणों में ।
यह विनती है पल पल छिन की, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥

चलो मम्मी-पापा चलो इक बार ले चलो (Chalo Mummy Papa Ik Baar Le Chalo)

चलो मम्मी चलो पापा चलो मम्मी चलो पापा
चलो मम्मी चलो इक बार ले चलो

वामन जयंती 2024: राजा बलि को सबक सिखाने के लिए भगवान विष्णु ने लिया था वामन अवतार, भाद्रपद की द्वादशी तिथि को हुआ था जन्म

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु त्रिदेवों में प्रमुख और सृष्टी के संचालक या पालनहार के रूप में पूजे जाते हैं।

यह भी जाने