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तुम्हारी याद आती है, बताओ क्या करें मोहन(Tumhari Yaad Aati Hai Batao Kya Karen Mohan)

तुम्हारी याद आती है,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


सुबह और शाम आती हैं,

रात भर वो रुलाती हैं,

चैन हमको नही आता,

चैन हमको नही आता,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


चलूँ जब वो न चलने दे,

रूकूं जब वो न रुकने दे,

मिलूँ औरों से न मिलने दे,

मिलूँ औरों से न मिलने दे,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


तुम्हारी ये और तुम इसके,

हमारी कौन चलने दे,

ये जब जाएगी तुम आओ,

ये जब जाएगी तुम आओ,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


तुम्हारी याद आती है,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


कान्हा मेरी राखी का, तुझे कर्ज चुकाना है (Kanha Meri Rakhi Ka Tujhe Karj Chukana Hai)

कान्हा मेरी राखी का,
तुझे कर्ज चुकाना है,

छठ पूजा: आदितमल के पक्की रे सड़कीया - छठ गीत (Aaditamal Ke Pakki Re Sadkiya)

आदितमल के पक्की रे सड़कीया,
कुजडा छानेला दोकान,

हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा (Haare Ka Sahara Baba Shyam Hamara)

जपता फिरूं मैं नाम तुम्हारा,
हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा,

नर्मदा नदी की कथा

नर्मदा नदी पहाड़, जंगल और कई प्राचीन तीर्थों से होकर गुजरती हैं। वेद, पुराण, महाभारत और रामायण सभी ग्रंथों में इसका जिक्र है। इसका एक नाम रेवा भी है। माघ माह में शुक्ल पक्ष सप्तमी को नर्मदा जयन्ती मनायी जाती है।

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