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तुम्हारी याद आती है, बताओ क्या करें मोहन(Tumhari Yaad Aati Hai Batao Kya Karen Mohan)

तुम्हारी याद आती है,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


सुबह और शाम आती हैं,

रात भर वो रुलाती हैं,

चैन हमको नही आता,

चैन हमको नही आता,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


चलूँ जब वो न चलने दे,

रूकूं जब वो न रुकने दे,

मिलूँ औरों से न मिलने दे,

मिलूँ औरों से न मिलने दे,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


तुम्हारी ये और तुम इसके,

हमारी कौन चलने दे,

ये जब जाएगी तुम आओ,

ये जब जाएगी तुम आओ,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


तुम्हारी याद आती है,

बताओ क्या करें मोहन,

तुम्हारी याद आती हैं,

बताओ क्या करें मोहन ॥


नर्मदा जयंती उपाय

गंगा नदी की तरह ही मां नर्मदा को भी बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना गया है। भारत में छोटी-बड़ी 200 से अधिक नदियां हैं, जिसमें पांच बड़ी नदियों में नर्मदा भी एक है। इतना ही नहीं, मान्यता है कि नर्मदा के स्पर्श से ही पाप मिट जाते हैं। इसलिए, प्रतिवर्ष माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को नर्मदा जयंती मनाई जाती है।

मेरा छोटा सा संसार हरी आ जाओ एक बार (Mera Chota Sa Sansar Hari Aa Jao Ek Baar)

मेरा छोटा सा संसार,
हरी आ जाओ एक बार,

बाँधा था द्रौपदी ने तुम्हे (Bandha Tha Draupadi Ne Tumhe Char Taar Main)

बाँधा था द्रौपदी ने तुम्हे,
चार तार में ।

कितने दिनों के बाद है आई, भक्तो रात (Kitne Dino Ke Baad Hai Aayi Bhakto Raat)

कितने दिनों के बाद है आई,
भक्तो रात भजन की,

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