नवीनतम लेख

उज्जैन के महाराज हो, दीनो के दीनानाथ हो (Ujjain Ke Maharaj Ho Dino Ke Dinanath Ho)

उज्जैन के महाराज हो,

दीनो के दीनानाथ हो,

तुम कालों के काल हो,

बाबा महाकाल हो ॥


दरबार में भोले के देखो,

झूम झुम जयकार लगे,

झूम झुम जयकार लगे,

भंग के रसिया भक्तो के संग,

झूम झूम इतराने लगे,

झूम झूम इतराने लगे,

हर हर का जब साथ हो,

बम बम का जयकार हो,

तुम कालों के काल हो,

बाबा महाकाल हो ॥


मंदिर में महाकाल सजे,

और ढोल नगाड़ा डमरू बजे,

ढोल नगाड़ा डमरू बजे,

झांझ मजीरे शंख मृदंग,

ताशे संग घड़ियाल बजे,

ताशे संग घड़ियाल बजे,

तन पे भस्म भभूत हो,

संग में भंग का रंग हो,

तुम कालों के काल हो,

बाबा महाकाल हो ॥


मेरे मन में है महाकाल,

मोह न माया और कोई जाल,

मोह न माया और कोई जाल,

जो कोई पूछे मेरा हाल,

मेरे मुख पर जय महाकाल,

मेरे मुख पर जय महाकाल,

बाबा मुझको तार दो,

सुन लो मेरी पुकार को,

तुम कालों के काल हो,

बाबा महाकाल हो ॥


उज्जैन के महाराज हो,

दीनो के दीनानाथ हो,

तुम कालों के काल हो,

बाबा महाकाल हो ॥

फाल्गुन महीना दुर्गा अष्टमी

प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि मां दुर्गा को समर्पित है। इस शुभ तिथि पर जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा-भक्ति की जाती है। साथ ही अष्टमी का व्रत रखा जाता है।

वृश्चिक संक्रांति का मुहूर्त

भगवान सूर्य देव की उपासना का दिन वृश्चिक संक्रांति हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहार में से एक है। मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति को धन वैभव की प्राप्ति के साथ दुःखों से मुक्ति मिलती है। लेकिन क्या आपको पता है इस साल वृश्चिक संक्रांति कब हैं। वृश्चिक संक्रांति 2824 को लेकर थोड़ा असमंजस है।

Shri Vishnu Chalisa (श्री विष्णु चालीसा)

विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय ।
कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय ॥

रामजी की निकली सवारी (Ramji Ki Nikali Sawari Ramji Ki Leela Hai Nayari)

सर पे मुकुट सजे मुख पे उजाला
हाथ धनुष गले में पुष्प माला

यह भी जाने