कीर्तन रचो है म्हारे आंगने(Kirtan Racho Hai Mhare Angane)

कीर्तन रचो है म्हारे आंगने,

आओ-आओ गौरा जी रा लाल,

कारज सफल करो ।


रिधि-सिद्धि ने सागे लया,

जो अनधन सा भरे जो भंडार,

कारज सफल करो ।


आओ-आओ गौरा जी रा लाल,

कारज सफल करो ।


सोने री थाली में मोदक ल्याया बाबा,

थे पाओ गोरा जी रा लाल

कारज सफल करो ।


आओ-आओ गौरा जी रा लाल,

कारज सफल करो ।


फुल्डा माला लाया विनायक,

म्हारे सिर पर रख दीज्यो हाथ,

कारज सफल करो ।


आओ-आओ गौरा जी रा लाल,

कारज सफल करो ।

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कौन हैं ललिता देवी

माता ललिता को समर्पित यह ललिता जयंती हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। दस महाविद्याओं में से एक है माता ललिता। इन्हें राज राजेश्वरी और ‍त्रिपुर सुंदरी भी कहा जाता है।

मेरा भोला है भंडारी (Mera Bhola Hai Bhandari)

सबना दा रखवाला ओ शिवजी डमरूवाला जी
डमरू वाला उपर कैलाश रहंदा भोले नाथ जी

बधाई भजन: बजे कुण्डलपर में बधाई, के नगरी में वीर जन्मे (Badhai Bhajan Baje Kundalpur Me Badayi Nagri Me Veer Janme)

बजे कुण्डलपर में बधाई,
के नगरी में वीर जन्मे, महावीर जी

मैया री एक भाई दे दे (Maiya Ri Ek Bhai Dede)

मैया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,

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