कीर्तन रचो है म्हारे आंगने(Kirtan Racho Hai Mhare Angane)

कीर्तन रचो है म्हारे आंगने,

आओ-आओ गौरा जी रा लाल,

कारज सफल करो ।


रिधि-सिद्धि ने सागे लया,

जो अनधन सा भरे जो भंडार,

कारज सफल करो ।


आओ-आओ गौरा जी रा लाल,

कारज सफल करो ।


सोने री थाली में मोदक ल्याया बाबा,

थे पाओ गोरा जी रा लाल

कारज सफल करो ।


आओ-आओ गौरा जी रा लाल,

कारज सफल करो ।


फुल्डा माला लाया विनायक,

म्हारे सिर पर रख दीज्यो हाथ,

कारज सफल करो ।


आओ-आओ गौरा जी रा लाल,

कारज सफल करो ।

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तेरी जय हो गणेश जी(Teri Jai Ho Ganesh Ji)

आन पधारो गणपत जी पूरण करदो सब काज,
विच सभा के बैठया मोरी पत रखदो महाराज,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं (Ye Baba Bahut Bada Hai)

हर भक्तों के दिल से निकले,
एक यही आवाज़,

शेरावाली के दरबार में, होती है सुनवाई (Sherawali Ke Darbar Mein Hoti Hai Sunwai)

शेरावाली के दरबार में,
होती है सुनवाई,

जया एकादशी व्रत नियम

प्रत्येक महीने में एकादशी दो बार आती है—एक बार कृष्ण पक्ष में और दूसरी बार शुक्ल पक्ष में। कृष्ण पक्ष की एकादशी पूर्णिमा के बाद आती है, जबकि शुक्ल पक्ष की एकादशी अमावस्या के बाद आती है।

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