पकड़ लो हाथ बनवारी (Pakad Lo Hath Banwari)

पकड़ लो हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे,

हमारा कुछ ना बिगड़ेगा,

तुम्हारी लाज जाएगी,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


धरी है पाप की गठरी,

हमारे सर पे ये भारी,

वजन पापो का है भारी,

इसे कैसे उठाऐंगे,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


तुम्हारे ही भरोसे पर,

जमाना छोड़ बैठे है,

जमाने की तरफ देखो,

इसे कैसे निभाएंगे,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


दर्दे दिल की कहे किससे,

सहारा ना कोई देगा,

सुनोगे आप ही मोहन,

और किसको सुनाऐंगे,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


फसी है भवँर में नैया,

प्रभु अब डूब जाएगी,

खिवैया आप बन जाओ,

तो बेड़ा पार हो जाये,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


पकड़ लो हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे,

हमारा कुछ ना बिगड़ेगा,

तुम्हारी लाज जाएगी,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥

........................................................................................................
भगतो को दर्शन दे गयी रे (Bhagton Ko Darshan De Gayi Re Ek Choti Si Kanya)

भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥

महाकाल की शरण मे (Mahakal Ki Sharan Mein)

सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण में,

मासिक दुर्गाष्टमी उपाय

मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का एक विशेष महत्व है, यह दिन मां दुर्गा की पूजा-अर्चना का होता है।

पुष्कर स्नान क्या है

सनातन में पुष्कर स्नान का अत्यधिक धार्मिक महत्व है। पुष्कर सरोवर को प्रमुख धार्मिक स्थानों में से एक माना जाता है

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।