श्री राम प्यारे अंजनी दुलारे (Shree Ram Pyare Anjani Dulare)

श्री राम प्यारे अंजनी दुलारे,

सबके सहारे जय महावीरा,

श्री राम के सब काज सवारे,

श्री राम के सब काज सवारे,

सबके सहारे जय महावीरा,

श्री राम प्यारें अंजनी दुलारे,

सबके सहारे जय महावीरा ॥


लंका पहुंचे सिया सुधि लाये,

सोने की लंका पल में जलाये,

चूड़ामणि जब राम को दिनी,

प्रभु ह्रदय से तुमको लगाए,

भक्तो को लगते हो तुम तो प्यारे,

भक्तो को लगते हो तुम तो प्यारे,

सबके सहारे जय महावीरा,

श्री राम प्यारें अंजनी दुलारे,

सबके सहारे जय महावीरा ॥


राम की भक्ति राम की पूजा,

राम बिना कोई काज ना दूजा,

तन सिंदूरी रंग रंग डाला,

भक्ति में कारज ये कर डाला,

राम राम बस राम पुकारे,

राम राम बस राम पुकारे,

सबके सहारे जय महावीरा,

श्री राम प्यारें अंजनी दुलारे,

सबके सहारे जय महावीरा ॥


राम सिया को ह्रदय में धारे,

चरण प्रभु के आप पखारे,

अजर अमर हो तुम महावीरा,

हर युग में तुम पार उतारे,

राम के नाम को सदा उचारे,

प्रभु के नाम को सदा उचारे,

सबके सहारे जय महावीरा,

श्री राम प्यारें अंजनी दुलारे,

सबके सहारे जय महावीरा ॥


श्री राम प्यारे अंजनी दुलारे,

सबके सहारे जय महावीरा,

श्री राम के सब काज सवारे,

श्री राम के सब काज सवारे,

सबके सहारे जय महावीरा,

श्री राम प्यारें अंजनी दुलारे,

सबके सहारे जय महावीरा ॥

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मेरे उज्जैन के महाकाल(Mere Ujjain Ke Mahakal )

तेरी होवे जय जयकार,
मेरे उज्जैन के महाकाल,

ना जाने आज क्यो फिर से, तुम्हारी याद आई है (Na Jaane Aaj Kyu Fir Se Tumhari Yaad Aayi Hai)

ना जाने आज क्यों फिर से,
तुम्हारी याद आई है ॥

शिव पुराण में महाशिवरात्रि कथा

हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती है, जिसे मासिक शिवरात्रि कहते हैं। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है, जिसका विशेष महत्व है। महाशिवरात्रि का पर्व शिव भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

झंडा बजरंग बली का (Jhanda Bajrangbali Ka)

लहर लहर लहराए रे,
झंडा बजरंग बली का,

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