सुन मेरी मात मेरी बात (Sun Meri Maat Meri Baat)

सुन मेरी मात मेरी बात,

छानी कोणी तेरे से,

आँखड़ली चुराके मैया,

जासी कठे मेरे से ॥


झुँझन वाली मैया तेरी,

शरण में आ गयो,

दादी थारो रूप म्हारे,

नैणां में समां गयो,

मत बिसरावे मैया,

हार मानी तेरे से,

आँखड़ली चुराके मैया,

जासी कठे मेरे से ॥


बालक हूँ मैं दादी थारो,

मुझसे निभाय ले,

दुखड़े को मारयो हूँ,

मन्ने कालजे लगायले,

पथ दिखलादे मैया,

काढ़ ले अँधेरे से,

आँखड़ली चुराके मैया,

जासी कठे मेरे से ॥


सिर पर सोहे चुनड़ी,

कानो में कुण्डल भारी है,

हाथां मेहंदी लाल थारी,

सिंह की सवारी है,

खाली हाथ बोल कईया,

जाऊ तेरे डेरे से,

आँखड़ली चुराके मैया,

जासी कठे मेरे से ॥


सुन मेरी मात मेरी बात,

छानी कोणी तेरे से,

आँखड़ली चुराके मैया,

जासी कठे मेरे से ॥


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माँ अंजनी के लाल, कलयुग कर दियो निहाल(Maa Anjani Ke Lal Kalyug Kar Diyo Nihaal)

माँ अंजनी के लाल,
कलयुग कर दियो निहाल,

जहाँ राम की चर्चा होती, आता बजरंग बाला (Jahan Ram Ki Charcha Hoti Aata Bajrang Bala)

जहाँ राम की चर्चा होती,
आता बजरंग बाला,

हनुमान जयंती मुहूर्त और पूजा-विधि

हनुमान जी का जन्मोत्सव हर वर्ष चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। उनकी कृपा से व्यक्ति को सभी प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। अभिजीत मुहूर्त में पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

मेरे तो आधार हैं, भोलेनाथ के चरणारविन्द(Mere To Aadhar Hai Bholenath Ke Charnarvind)

मेरे तो आधार है,
भोलेनाथ के चरणारविन्द,

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