तेरे नाम का दीवाना, तेरे द्वार पे आ गया है: भजन (Tere Naam Ka Diwana Tere Dwar Pe Aa Gaya Hai)

तेरे नाम का दीवाना,

तेरे द्वार पे आ गया है,

जग से हार करके,

तेरे पास आ गया है,

तेरे नाम का दिवाना,

तेरे द्वार पे आ गया है ॥


हारे का है सहारा है तू,

बिगड़ी बनाने वाला है तू,

मेरा दिल तड़प तड़प कर,

तुझको पुकारता है,

तेरे नाम का दिवाना,

तेरे द्वार पे आ गया है ॥


नैया मेरी मजधार पड़ी,

भव से करो पार श्याम धणी,

तू बन जा मेरा खिवैया,

ये गरीब चाहता है,

तेरे नाम का दिवाना,

तेरे द्वार पे आ गया है ॥


श्याम सुन्दर मेरे खाटू नरेश,

हर लो मेरे अब सारे कलेश,

खाटू धाम तेरा निराला,

मेरे मन को मोहता है,

तेरे नाम का दिवाना,

तेरे द्वार पे आ गया है ॥


तेरे नाम का दीवाना,

तेरे द्वार पे आ गया है,

जग से हार करके,

तेरे पास आ गया है,

तेरे नाम का दिवाना,

तेरे द्वार पे आ गया है ॥

........................................................................................................
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल (Choti Choti Gaiyan Chote Chote Gwal)

छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥

भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर बन रहे मंगलकारी योग

सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व होता है, क्योंकि यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन भक्त भगवान गणेश की आराधना कर सुख-समृद्धि और सफलता की कामना करते हैं। संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं।

राम धुन, फिल्म मैं अटल हूँ (Ram Dhun From Movie Main Atal Hoon)

रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे ।
रघुनाथाय नाथाय सीताया: पतये नम: ॥

28 या 29 जनवरी, कब है मौनी अमावस्या?

हर साल माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दान करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किए गए पुण्य कर्मों का फल कई गुना बढ़ जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।