मेरे तन में भी राम, मेरे मन में भी राम(Mere Tan Mein Bhi Ram Mere Maan Mein Bhi Ram)

मेरे तन में भी राम,

मेरे मन में भी राम,

रोम रोम में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥


जैसे चंदा में राम,

जैसे सूरज में राम,

अम्बर तारों में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥


जैसे भीलनी के राम,

जैसे मीरा के श्याम,

नर नारी में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥


जैसे सीता के राम,

जैसे राधा के श्याम,

पत्ते पत्ते में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥


मेरे तन में भी राम,

मेरे मन में भी राम,

रोम रोम में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥

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बता मेरे भोले बाबा रे, तेरी कैसे महिमा गाऊं (Bata Mere Bhole Baba Re Teri Kaise Mahima Gaun)

बता मेरे भोले बाबा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं ॥

चैत्र मास में क्या करें क्या न करें

ग्रेगोरियन कैलेंडर की तरह एक हिंदू कैलेंडर भी होता है। इस कैलेंडर में भी 12 महीने होते हैं, जिसकी शुरुआत चैत्र के साथ होती है। यह महीना धार्मिक और अध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह में चैत्र नवरात्रि, राम नवमी और हनुमान जयंती जैसे प्रमुख त्योहार आते हैं।

मेरे उठे विरह में पीर(Mere Uthe Virah Me Pir)

मेरे उठे विरह में पीर,
सखी वृन्दावन जाउंगी ॥

बनाएगा मेरी बिगड़ी, मेरा भोला शंकर: भजन (Banayega Meri Bigadi Bhola Shankar)

तेरी दया तेरा साया,
सदा रहता मुझ पर,

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