गाइये गणपति सुबहो शाम(Gaiye Ganpati Subaho Shaam)

गाइये गणपति सुबहो शाम,

मंगलमूर्ति मंगलकारी,

पावनकारी तेरो नाम,

गाइये गणपति सुबहों शाम ॥


रिद्धि सिद्धि के तुम ही ज्ञाता,

तुम ही देते विद्या ज्ञान,

भक्तजनों के तुम ही ध्याता,

जग सारा है तेरा धाम,

गाइये गणपति सुबहों शाम ॥


तेरी शरण में जो भी आया,

पाए जग में शीतल छाया,

सारा जग है तेरी माया,

सफल करता तू सब काम,

गाइये गणपति सुबहों शाम ॥


गाइये गणपति सुबहो शाम,

मंगलमूर्ति मंगलकारी,

पावनकारी तेरो नाम,

गाइये गणपति सुबहों शाम ॥

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जहाँ ले चलोगे, वही मैं चलूँगा (Jaha Le Chaloge Vahi Me Chalunga)

जहाँ ले चलोगे, वही मैं चलूँगा,
जहाँ नाथ रख लोगे, वही मैं रहूँगा ।

श्यामा आन बसों वृन्दावन में - भजन (Shyama Aan Baso Vrindavan Me)

श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ।

फूल देई, छम्मा देई (Phool Dei, Chamma Dei Geet)

फूल देई, छम्मा देई ।
जतुके दियाला, उतुके सई ॥

दिवाली 2024 तिथि: दिवाली कब है? 31 अक्टूबर या 1 नवंबर

दीपावली या दिवाली हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहारों में एक है। यह त्योहार भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में बसे हिंदुओं के बीच श्रद्धा भक्ति और हर्षोल्लास से मनाया जाता है।

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