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तेरे स्वागत में मैया जी,
मैंने पलके बिछाई है,
मैंने पलके बिछाई है
मैंने पलके बिछाई है,
चली आओ मेरी मैया,
घड़ी शुभ फिर से आई है,
तेरे स्वागत में मईया जी,
मैंने पलके बिछाई है ॥
मिली थी जो खुशी मुझको,
बिछाई राहों में तेरी,
कदम मेरे घर में रख दो माँ,
सही जाए ना अब देरी,
मेरी तकदीर में फिर से,
तुम्हारी सेवा आई है,
चली आओ मेरी मैया,
घड़ी शुभ फिर से आई है,
तेरे स्वागत में मईया जी,
मैंने पलके बिछाई है ॥
तुम्हारी किरपा से मैया,
अभी तक जो भी पाया है,
मिलाकर प्यार उसमें माँ,
भोग तेरा बनाया है,
जरा विश्राम कर लेना,
तेरी चौकी सजाई है,
चली आओ मेरी मैया,
घड़ी शुभ फिर से आई है,
तेरे स्वागत में मईया जी,
मैंने पलके बिछाई है ॥
सजा कर रख लूंगा मैया,
निशानी तेरे चरणों की,
दरश से तेरे मैया जी,
मिटेगी प्यास जन्मों की,
‘जयंत’ और ‘मंत्री’ ने मैया,
आस कब से लगाई है,
चली आओ मेरी मैया,
घड़ी शुभ फिर से आई है,
तेरे स्वागत में मईया जी,
मैंने पलके बिछाई है ॥
तेरे स्वागत में मैया जी,
मैंने पलके बिछाई है,
मैंने पलके बिछाई है
मैंने पलके बिछाई है,
चली आओ मेरी मैया,
घड़ी शुभ फिर से आई है,
तेरे स्वागत में मईया जी,
मैंने पलके बिछाई है ॥
........................................................................................................दस महाविद्याओं की साधना करना बहुत ही कठिन है लेकिन यदि साधना सफल हो जाती है तो होता है चमत्कार। दस महाविद्याओं में से एक है माता ललिता।
2025 में, मकर संक्रांति 14 जनवरी को है। इस त्योहार को देश के सभी लोग अलग-अलग तरीके से मनाते हैं। मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं।
हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, चतुर्थी तिथि भगवान गणेश की तिथि है और इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि प्राप्त होती है। इस दिन भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए व्रत भी रखा जाता है।
जय श्री कृष्ण हरे, प्रभु जय जय गिरधारी।
दानव-दल बलिहारी, गो-द्विज हित कारी॥
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TH 75A, New Town Heights, Sector 86 Gurgaon, Haryana 122004
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